
नागपुर। पूर्ण कृषि ऋण माफी व अन्य मांगों को लेकर जारी ‘महा एल्गार ट्रैक्टर मार्च’ के संदर्भ में सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने किसान नेतृत्व से बुधवार को संवाद किया। मंत्री आशीष जायसवाल और पंकज भोयर के नेतृत्व में आए प्रतिनिधिमंडल ने किसान नेता बच्चू कडू, अजीत नवले, राजू शेट्टी व रविकांत तुपकर से बैठक की और वार्ता के लिए मुंबई आने का निमंत्रण दिया। प्रतिनिधिमंडल और किसान नेताओं के बीच हुई चर्चा में बच्चू कडू ने कहा कि वे सरकार से वार्ता के लिये सहमत हैं, परन्तु तब तक आंदोलन रोकने से इनकार किया जब तक उन्हें संतोषजनक और ठोस समाधान न मिल जाए। कडू ने कहा कि वार्ता जारी रहने के दौरान प्रदर्शनकारियों पर किसी प्रकार का उत्पात या दमन सहन नहीं किया जाएगा और सरकार ने इसके लिए गारंटी दी है। वार्ता के बाद किए गये संदेश में बच्चू कडू ने स्पष्ट किया कि यदि वार्ता निर्माणात्मक नहीं रही या उन्हें दबाव व ब्लैकमेल जैसा कुछ हुआ, तो आंदोलन तेज कर दिया जाएगा और आवश्यक पड़ने पर रेल अवरुद्ध करने तक का कदम उठाया जा सकता है। उन्होंने कहा, “अगर हमें लिंच किया गया तो हम नहीं छोड़ेंगे। हम जेल जाने के लिये तैयार हैं। सरकारी ओर से निर्णय लिया गया कि विरोधी नेताओं और मुख्यमंत्री के बीच चर्चा के लिये मंत्रालय स्तर पर गुरुवार, को बैठक आयोजित की जाएगी। बैठक में शामिल होने के लिये विरोध नेता सुबह 11 बजे मुंबई के लिए रवाना होंगे। प्रतिनिधिमंडल ने भी कहा कि उपयुक्त समाधान पर बात करने के लिये मुख्यमंत्री से समन्वय कर आगे की प्रक्रिया तय की जाएगी। किसान नेताओं ने कहा कि वे शांतिपूर्ण ढंग से अपने अधिकारों व मांगों के लिये लड़ेंगे तथा न्यायोचित समाधान मिलने की स्थिति में प्रदर्शन समेकित रूप से समीक्षा के बाद समायोजित किया जाएगा। सरकार-प्रतिनिधिमंडल और प्रदर्शनकारी नेताओं के बीच इस प्रारम्भिक वार्ता के परिणाम एवं गुरुवार की बैठक के बाद आगे की दिशा स्पष्ट होगी।




