
ठाणे। महाराष्ट्र के कल्याण-डोंबिवली नगर निगम ने बुधवार को एक निजी स्कूल को नोटिस जारी किया, जिस पर आरोप है कि उसने छात्रों को धार्मिक और सांस्कृतिक प्रतीक पहनने से मना किया। विवाद तब शुरू हुआ जब कुछ अभिभावकों ने आपत्ति जताई कि छात्रों को माथे पर तिलक या बिंदी, चूड़ी, राखी या पवित्र धागा पहनने से रोका गया था। अभिभावकों का आरोप है कि कुछ छात्रों के माथे से जबरन तिलक हटाया गया और उन्हें सजा देने की धमकी दी गई, जबकि कुछ ने दावा किया कि छात्रों के साथ मारपीट भी हुई। अभिभावकों की शिकायत के बाद एक राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं ने यह मामला कल्याण-डोंबिवली नगर निगम (केडीएमसी) के शिक्षा विभाग तक पहुँचाया। अधिकारियों के अनुसार, मंगलवार को स्कूल प्रशासन को नोटिस भेजकर इन प्रतिबंधों और कथित कार्रवाई पर स्पष्टीकरण मांगा गया। एक अधिकारी ने कहा कि विभाग ने तुरंत कदम उठाया है और उम्मीद है कि यह मामला अभिभावकों और स्कूल प्रबंधन की आपसी सहमति से सुलझ जाएगा। वहीं, स्कूल प्रबंधन ने एक बयान जारी कर अपनी नीतियों का बचाव किया और धर्मनिरपेक्षता, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तथा छात्रों की सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया। प्रबंधन ने कहा- स्कूल ने कोई फतवा जारी नहीं किया है। संस्थान छात्रों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है और हमेशा स्कूल, छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों तथा प्रबंधन के बीच तालमेल बनाए रखने की कोशिश करता है।