मुंबई। मुंबई विश्वविद्यालय के बहुचर्चित सीनेट चुनावों के नतीजे शुक्रवार देर रात घोषित हुए, जिसमें आदित्य ठाकरे के नेतृत्व वाली युवा सेना ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) को हराते हुए सभी 10 सीटों पर विजय प्राप्त की। यह जीत शिवसेना (यूबीटी) और युवा सेना के लिए एक बड़ी सफलता है। शिवसेना (यूबीटी) के नेता और युवा सेना के अध्यक्ष आदित्य ठाकरे ने शनिवार को अपने बांद्रा स्थित निवास ‘मातोश्री’ में इस जीत का भव्य जश्न मनाया। आदित्य ठाकरे ने सोशल मीडिया पर अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा, एक बार फिर! हमने 10 में से 10 सीटों पर जीत हासिल की है। यह हमारी सफलता की शुरुआत है। युवा सेना की यह जीत सीनेट पर उनके गढ़ को फिर से मजबूत करती है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से पहले, शिवसेना (यूबीटी) की यह सफलता भाजपा समर्थित और आरएसएस से जुड़ी एबीवीपी के लिए बड़ा झटका है। यह चुनाव बॉम्बे हाई कोर्ट के निर्देश के बाद 24 सितंबर को आयोजित किया गया था। शुक्रवार को मुंबई विश्वविद्यालय के फोर्ट परिसर में वोटों की गिनती हुई, जिसमें युवा सेना ने एबीवीपी को हराकर सभी सीटें अपने नाम की। इस जीत का जश्न मुंबई, ठाणे, पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जैसे इलाकों में धूमधाम से मनाया गया। जश्न में उद्धव ठाकरे के छोटे बेटे तेजस ठाकरे और भतीजे वरुण सरदेसाई भी शामिल हुए। इस चुनाव में कुल 13,406 स्नातक मतदाताओं ने हिस्सा लिया, जिसमें 55 प्रतिशत मतदान हुआ। युवा सेना के जिन आठ प्रमुख नेताओं ने सीनेट चुनाव में जीत हासिल की, उनमें प्रदीप सावंत, अल्पेश भोईर, मिलिंद साटम, मयूर पांचाल, स्नेहा गवली, शीतल देवरुखकर शेठ, धनराज कोहचाड़े और शशिकांत ज़ोरे शामिल हैं। युवा सेना की यह जीत न केवल मुंबई विश्वविद्यालय में उनके दबदबे को स्थापित करती है बल्कि आगामी चुनावों के लिए भी एक महत्वपूर्ण संकेत है।