
मुंबई। मुंबई के मुलुंड इलाके में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए एक अंतरराष्ट्रीय फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है, जो ऑनलाइन लोन देने की आड़ में विदेशी नागरिकों को ठगने का काम कर रहा था। पुलिस ने इस मामले में पाँच आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान सागर राजेश गुप्ता (27) और अभिषेक सूर्यप्रकाश सिंह (28) दोनों मुलुंड निवासी, तन्मय कुमार रजनीश धाड़सिंग (27) बिहार के लखीसराय जिला निवासी, शैलेश मनोहर शेट्टी (27) भयंदर (पूर्व) निवासी, और रोहन मोहम्मद अंसारी (28) ठाणे निवासी के रूप में हुई है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह गिरोह “पे डे लोन” और “लेंडिंग पॉइंट” जैसे नामों से विदेशी नागरिकों, विशेष रूप से अमेरिका और अन्य देशों के लोगों को निशाना बना रहा था। आरोपियों ने पीड़ितों को ऑनलाइन लोन दिलाने का झांसा देकर 90 से 300 अमेरिकी डॉलर तक की रकम वसूली। जांच में खुलासा हुआ कि ठगी से प्राप्त धनराशि को भारत में आरोपियों द्वारा नियंत्रित बैंक खातों में जमा किया जाता था, जिसके बाद स्थानीय स्तर पर इसे नकद निकाल लिया जाता था। पुलिस ने छापेमारी के दौरान कॉल सेंटर से चार लैपटॉप, नौ मोबाइल फोन, 56,000 रुपए नकद और विदेशी नागरिकों के डेटा वाला डेटाबेस जब्त किया है। यह डेटा ठगी के शिकार चुनने के लिए इस्तेमाल किया जाता था। इस मामले में पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराओं 61(2), 316(2), 318(2), 338, 340(2), 319(2) और 336(3) सहित सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66सी और 66डी के तहत मामला दर्ज किया है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह गिरोह भारत से संचालित होते हुए विदेशी नागरिकों को निशाना बना रहा था और अब यह जांच की जा रही है कि क्या इस नेटवर्क के विदेशी सहयोगी या अन्य शहरों में सक्रिय सदस्य भी हैं। फिलहाल गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है और पुलिस को उम्मीद है कि आगे और भी गिरफ्तारियाँ हो सकती हैं।




