
रोइंग खेल के लिए चुना जाने वाला राज्य का एकमात्र विश्वविद्यालय
पुणे। एमआईटी आर्ट, डिज़ाइन और टेक्नोलॉजी विश्वविद्यालय को रोइंग खेल में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों (लड़के और लड़कियां) की पहचान और प्रशिक्षण के लिए भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) द्वारा खेलो इंडिया प्रशिक्षण केंद्र (निवासी) के रूप में मान्यता प्राप्त हुई है। इस मान्यता के साथ, एमआईटी-एडीटी विश्वविद्यालय राज्य का पहला ऐसा विश्वविद्यालय बन गया है, जिसे प्रतिष्ठित ‘साई’ से मान्यता मिली है।
एमआईटी-एडीटी विश्वविद्यालय का खेल परिसर विश्व स्तरीय सुविधाओं से सुसज्जित है। विश्वविद्यालय के डॉ. विश्वनाथ कराड एमआईटी स्पोर्ट्स अकादमी में राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षकों द्वारा रोइंग, बॉक्सिंग और तैराकी के लिए विशेष अकादमियां स्थापित की गई हैं, जहां खिलाड़ियों को उत्कृष्ट प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। इस प्रयास के चलते, रोइंग अकादमी के खिलाड़ियों ने अब तक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए पदक जीते हैं और विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है।
पिछले वर्ष, विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लॉ के प्रो. आदित्य केंदारी ने एशियाई इंडोर रोइंग प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व कर स्वर्ण पदक जीता था। इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय के कार्यकारी अध्यक्ष प्रो. डॉ. मंगेश कराड ने कहा कि एमआईटी-एडीटी की रोइंग अकादमी को अब खेलो इंडिया के लिए साई की मान्यता मिलने से पुणे और आसपास के क्षेत्रों के खिलाड़ियों को प्रशिक्षण के लिए एक सशक्त मंच मिलेगा।
इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. राजेश एस., प्रोकुलपति डॉ. रामचंद्र पुजेरी, डॉ. मोहित दुबे, कुलसचिव डॉ. महेश चोपडे और खेल विभाग के निदेशक प्रो. पद्माकर फड ने खेल विभाग को बधाई दी है। राज्य सरकार की ‘लक्ष्य वेध’ योजना में भी चयनसाई के साथ ही, महाराष्ट्र सरकार के खेल मंत्रालय की ‘लक्ष्य वेध’ योजना के तहत भी डॉ. विश्वनाथ कराड एमआईटी स्पोर्ट्स अकादमी को रोइंग खेल प्रतिभा विकास प्रशिक्षण केंद्र के रूप में चुना गया है। इसके अलावा, रोइंग खिलाड़ी भाग्यश्री घुले, अनुष्का गर्जे और प्रशिक्षक सुहास कांबले को भी मान्यता प्राप्त हुई है।