
ठाणे। ठाणे जिले में मीरा-भायंदर नगर निगम ने पशुगणना में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर जिले में अपनी अग्रणी स्थिति सिद्ध की है। जिले के कुल छह नगर निगमों और दो नगर परिषदों में मीरा-भायंदर मनपा ने योजनाबद्ध क्रियान्वयन, सटीक आँकड़ों के संकलन और प्रशासनिक उत्तरदायित्व के बल पर प्रथम स्थान प्राप्त किया है। नगर निगम के माननीय आयुक्त एवं प्रशासक राधाबिनोद ए. शर्मा ने इस उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों की सराहना करते हुए कहा कि यह उपलब्धि मनपा प्रशासन की पारदर्शिता और प्रतिबद्धता का प्रतीक है। इस जनगणना की सबसे बड़ी विशेषता यह रही कि इसे किसी बाहरी संस्था को नहीं सौंपा गया, बल्कि नगर निगम के अपने कर्मचारियों द्वारा ही सफलतापूर्वक पूरा किया गया। संपूर्ण अभियान में 47 कंप्यूटर ऑपरेटरों और 6 निरीक्षकों ने समन्वित रूप से कार्य किया। यह सर्वेक्षण दिसंबर 2024 में आरंभ हुआ था और मात्र चार महीनों- अप्रैल 2025 तक 100 प्रतिशत गणना पूरी कर ली गई। शहर के सभी वार्डों और अनुभागों में आवारा पशुओं की गणना की गई, जिसमें कुत्तों, गायों, भैंसों, बकरियों, भेड़ों, मुर्गियों और अन्य पशुओं को शामिल किया गया। इस सर्वेक्षण के माध्यम से नगर निगम को शहर के पशुधन की वास्तविक स्थिति का अद्यतन और विश्वसनीय डेटाबेस तैयार करने में सफलता मिली है। नगर निगम ने इस उत्कृष्ट कार्य में योगदान देने वाले सभी कर्मचारियों को प्रोत्साहन स्वरूप 35 लाख रुपए की राशि मंजूर की है। माननीय आयुक्त के निर्देशानुसार, यह राशि दिवाली की पृष्ठभूमि में अगले दो दिनों में सभी कर्मचारियों के खातों में जमा कर दी जाएगी। पूरा अभियान अतिरिक्त आयुक्त प्रियंका राजपूत, उपायुक्त डॉ. सचिन बांगर और पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. विक्रम निराटले के कुशल नियंत्रण और मार्गदर्शन में संचालित हुआ। आयुक्त एवं प्रशासक राधाबिनोद ए. शर्मा ने कहा कि यह उपलब्धि मीरा-भायंदर मनपा के प्रगतिशील और प्रभावी प्रशासन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह हमारे कर्मचारियों की लगन, अनुशासन और टीमवर्क का परिणाम है। यह पहल भविष्य की सभी प्रशासनिक योजनाओं के लिए प्रेरणा बनेगी।