
मुंबई। महाराष्ट्र सरकार ने बुधवार को मीरा भयंदर-वसई विरार के पुलिस आयुक्त मधुकर पांडे का तबादला कर दिया है। यह कदम महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) और अन्य मराठी एकीकरण समर्थक संगठनों द्वारा किए गए उग्र विरोध प्रदर्शन के ठीक एक दिन बाद उठाया गया। पांडे को अब प्रशासन के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) के पद पर नियुक्त किया गया है, जबकि आईपीएस अधिकारी निकेत कौशिक, जो पूर्व में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में एडीजी थे, अब नए पुलिस आयुक्त होंगे। मीरा भयंदर में मंगलवार को मराठी एकीकरण समिति द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन के दौरान माहौल काफी तनावपूर्ण और नाटकीय रहा। शिवसेना (यूबीटी) और राकांपा (शरद पवार गुट) सहित विपक्षी दलों के नेता भी इस रैली में शामिल हुए। विरोध के दौरान शिवसेना मंत्री प्रताप सरनाईक जब स्थल पर पहुंचे तो प्रदर्शनकारियों ने उन्हें घेर लिया और विरोध के बीच वापस लौटने को मजबूर कर दिया। पुलिस द्वारा रैली से पहले मनसे नेता अविनाश जाधव को उनके ठाणे स्थित घर से सुबह 3.30 बजे हिरासत में लिया गया, क्योंकि प्रशासन ने पहले ही उन्हें मीरा भयंदर में प्रवेश से रोकने के लिए निषेधाज्ञा जारी की थी। हालांकि बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया। इस कार्रवाई ने राज्य सरकार को लेकर विपक्षी दलों और स्थानीय संगठनों की तीखी आलोचना झेलनी पड़ी। विवाद बढ़ने पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सफाई दी कि रैली को विधिवत अनुमति दी गई थी, लेकिन मनसे द्वारा रूट बदलने की ज़िद से कानून-व्यवस्था की चिंता खड़ी हुई, जिसके चलते प्रशासन ने कार्रवाई की। इसके बावजूद बढ़ते जनविरोध और राजनीतिक दबाव के बीच सरकार ने पुलिस कमिश्नर का तबादला कर दिया।