
मुंबई। महाराष्ट्र सरकार द्वारा विकसित किए जा रहे वाढवण जैसे मेगापोर्ट प्रकल्प के माध्यम से राज्य के तटीय जिलों- पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग में बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन की संभावना है। बंदरगाह और मत्स्य व्यवसाय मंत्री नितेश राणे ने इस अवसर का अधिकतम लाभ राज्य के युवाओं को दिलाने के लिए त्वरित कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार करने के निर्देश दिए हैं। मंगलवार को मंत्रालय में आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में इस विषय पर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक की अध्यक्षता मंत्री नितेश राणे ने की और राष्ट्रीय कौशल विकास महामंडल (NSDC) के सलाहकार डॉ. ज्ञानेश्वर मुले ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया। बैठक में मंत्री राणे ने निर्देश दिया कि बंदरगाह क्षेत्रों में शीघ्र जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जाए, जहां स्थानीय युवाओं को वाढवण बंदरगाह पर उपलब्ध रोजगार अवसरों और उनसे जुड़े कौशल प्रशिक्षण की जानकारी दी जाएगी। उन्होंने NSDC से आग्रह किया कि बंदरगाह परियोजना की मांगों को ध्यान में रखते हुए एक विशेषीकृत प्रशिक्षण कार्यक्रम तुरंत तैयार किया जाए। राणे ने यह भी सुझाव दिया कि राज्य में पहले से मौजूद कौशल विकास केंद्रों की सुविधाओं का उपयोग प्रशिक्षण देने के लिए किया जाए ताकि कार्य प्रारंभ में विलंब न हो। उन्होंने स्पष्ट किया कि बंदरगाह विभाग इस संपूर्ण पहल में आवश्यक सहयोग प्रदान करेगा। मंत्री ने जोर देकर कहा कि वाढवण प्रकल्प से हजारों रोजगार के अवसर सामने आएंगे और यह आवश्यक है कि राज्य के युवाओं को उनकी योग्यता के अनुरूप प्रशिक्षित कर इन अवसरों के लिए तैयार किया जाए। उन्होंने संबंधित विभागों से समन्वय कर इस योजना को जल्द अमल में लाने की अपेक्षा जताई।