
इन्दौर। भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को महू सैन्य छावनी के आर्मी वॉर कॉलेज में आयोजित एक कार्यक्रम में सशस्त्र बलों को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय सेनाओं को हर परिस्थिति के लिए पूरी तरह तैयार रहना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि युद्ध आज के दौर में अचानक और अप्रत्याशित हो गए हैं, इसलिए यह अनुमान लगाना कठिन है कि कोई युद्ध कब शुरू होगा और कितने समय तक चलेगा। राजनाथ सिंह ने कहा, अगर कोई युद्ध दो महीने, चार महीने, एक साल, दो साल, यहां तक कि पांच साल तक भी चलता है, तो हमें उसके लिए पूरी तरह तैयार रहना चाहिए। इस अवसर पर सीडीएस जनरल अनिल चौहान, एयर चीफ मार्शल एपी सिंह और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी सहित देश के शीर्ष सैन्य अधिकारी मौजूद थे। रक्षा मंत्री ने राष्ट्रीय सुरक्षा के व्यापक दृष्टिकोण पर जोर देते हुए कहा कि यह केवल सेना का विषय नहीं, बल्कि पूरे राष्ट्र की जिम्मेदारी है। उन्होंने स्पष्ट किया, हमें किसी की जमीन नहीं चाहिए, लेकिन अपनी जमीन की रक्षा के लिए हम किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। राजनाथ सिंह ने भारत के स्वदेशी रक्षा प्लेटफॉर्म और हथियार प्रणालियों का उल्लेख करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को आत्मनिर्भरता का उत्कृष्ट उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन ने सूचना और साइबर युद्ध के महत्व को उजागर किया है। इसके साथ ही, उन्होंने बताया कि भारत ने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति की है, लेकिन अभी लंबा रास्ता तय करना बाकी है। रक्षा मंत्री ने यह भी खुलासा किया कि भारत में जेट इंजन निर्माण की दिशा में कार्य तेज गति से आगे बढ़ रहा है।




