
मुंबई। मलाड में धोखाधड़ी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक बिज़नेसमैन ने महंगी मेडिकल मशीनें सप्लाई करने के नाम पर एक महिला एंटरप्रेन्योर से लगभग 16 लाख रुपए की ठगी की। पुलिस ने आरोपी निशांत भानुभाई मेहता, मूल रूप से गुजरात निवासी, को नकली दस्तावेज़ जमा करने, फर्जी ट्रांज़ैक्शन दिखाने और धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। शिकायतकर्ता प्रीति पवार, अंबोली (अंधेरी) की रहने वाली हैं और मेडिकल डिवाइस का व्यवसाय करती हैं। वे गोरेगांव–मुलुंड लिंक रोड स्थित ब्लू ऑर्बिट में एक नया मेडिकल सेंटर खोलने की तैयारी में थीं, जिसके लिए उन्हें कोलन हाइड्रोथेरेपी और इंफ्रारेड सॉना ट्रीटमेंट की एडवांस मशीनों की ज़रूरत थी। इसी दौरान उन्हें पता चला कि ये मशीनें गुजरात में स्थित नेक्सॉर्थ ऑर्थोपेडिक प्राइवेट लिमिटेड से मिल सकती हैं। वेबसाइट पर दिए नंबर पर संपर्क करने पर आरोपी निशांत मेहता ने खुद को कंपनी का प्रतिनिधि बताते हुए प्रीति से एडवांस पेमेंट कराने के लिए मना लिया। इस बीच, प्रीति के पति तेजेस पवार के परिचित संदीप पटालिया ने वडोदरा स्थित कंपनी जाकर मशीनें देखने की पुष्टि की और उनके फ़ोटो-वीडियो भेजे, जिसके आधार पर प्रीति ने बैंक लोन के लिए आवेदन किया। बैंक ने प्रोजेक्ट रिपोर्ट और कंपनी के कोटेशन के आधार पर 7 लाख रुपए का लोन मंज़ूर किया।
नवंबर में मेहता ने तुरंत पूरा पेमेंट करने का दबाव डालते हुए कहा कि मशीनें किसी और को बेच दी जाएँगी। प्रीति ने पेमेंट कर दिया, पर मशीनें नहीं पहुँचीं। बाद में मेहता ने दावा किया कि मशीनों को ले जा रही गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया है और समय माँगा। लगातार देरी के बाद प्रीति ने रिफंड की मांग की, जिस पर मेहता ने नकली बैंक ट्रांसफर स्लिप भेजी और फिर एक चेक दिया, जो बाउंस हो गया। 19 नवंबर को मेहता ने फोन कर कहा कि वह खुद कोलन हाइड्रोथेरेपी मशीन लाकर इंस्टॉल करेगा। 3 दिसंबर को वह प्रीति के सेंटर पहुँचा, लेकिन इंस्टॉलेशन से बचता रहा। संदेह होने पर जब प्रीति ने बक्से खोले, तो मेडिकल मशीनरी की जगह अंदर प्लाईवुड और कार्डबोर्ड के बॉक्स निकले। उन्हें एहसास हुआ कि कुल 16,22,450 रुपए की ठगी हो चुकी है। शिकायत के बाद मलाड पुलिस ने धोखाधड़ी, जाली दस्तावेज़ों के इस्तेमाल और आर्थिक अपराध से संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर निशांत मेहता को गिरफ्तार किया। आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहाँ उसे पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है।




