
मीरा-भाईंदर। मराठी भाषा संवर्धन पंधरवाड़ा के अवसर पर मराठी भाषा के प्रचार और प्रसार के लिए मीरा-भाईंदर महानगरपालिका (एमबीएमसी) द्वारा एक भव्य ग्रंथ दिंडी और ग्रंथ प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। नगरपालिका आयुक्त और प्रशासक संजय काटकर द्वारा ग्रंथ दिंडी का शुभारंभ किया गया और उन्होंने इस कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लिया। इस दिंडी में सभी नगरपालिका कर्मचारी पारंपरिक वेशभूषा में शामिल हुए, जिससे उत्साह का माहौल बना। उन्होंने मराठी भाषा के प्रचार के लिए घोषवाक्य के फलक उठाए। लेज़ीम और ढोल की पारंपरिक धुनों के बीच, यह दिंडी नगरपालिका मुख्यालय से डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर भवन तक निकाली गई। मराठी भाषा संवर्धन पंधरवाड़ा हर साल १४ से २८ जनवरी तक मनाया जाता है, जिसमें मराठी भाषा के उपयोग को बढ़ाने और उसके संवर्धन के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इस उपक्रम का मुख्य उद्देश्य मराठी भाषा का संरक्षण करना और उसकी गरिमा को बनाए रखना है। महापालिका के प्रवेश द्वार को सजाया गया था और वहाँ रंगोली बनाई गई थी। सभी कर्मचारी उत्साहपूर्वक मराठमोळ्या पारंपरिक कपड़ों में आए थे। ग्रंथ दिंडी में शामिल होने वाले कर्मचारियों ने मराठी भाषा के महत्व को दर्शाने वाले और उसका गौरव बढ़ाने वाले घोषवाक्य बैनर लिए हुए थे। डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर भवन में ग्रंथ प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसका उद्घाटन ग्रंथालय प्रमुख और वहां के कर्मचारियों द्वारा किया गया। इस प्रदर्शनी में दुर्लभ ग्रंथ, साहित्यिक पुस्तकें, सूचना आधारित पुस्तकें आदि प्रदर्शित की गई हैं। मनपा आयुक्त संजय काटकर ने इस मौके पर कहा, अगर मराठी भाषा बचेगी, तो मराठी संस्कृति भी बचेगी। उन्होंने यह भी कहा कि मराठी हमारी मातृभाषा और ज्ञान की भाषा है, जिसे बनाए रखने का आवाहन अपनी पीढ़ी से है। इसके साथ ही उन्होंने मीरा भाईंदर के नागरिकों से प्रदर्शनी में प्रस्तुत साहित्य का आनंद लेने के लिए प्रेरित किया। ग्रंथ दिंडी और प्रदर्शनी में अतिरिक्त आयुक्त श्री संभाजी पानपट्टे, उपायुक्त मुख्यालय श्रीमती कल्पिता पिंपले, उपायुक्त संजय बांगर, उपायुक्त श्री प्रसाद शिंगटे, शहर अभियंता दीपक खांबित, तथा अन्य मनपा अधिकारी और कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।




