
मुंबई। मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे पाटिल ने मुंबई में बड़े विरोध प्रदर्शन की घोषणा करते हुए सरकार को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने अपनी रणनीति को गुप्त रखते हुए कहा कि मराठा समाज लामबंद होने की तैयारी कर रहा है। पाटिल ने मौजूदा सरकार की तीखी आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि सरकार चुनाव तक केवल रणनीति बनाकर देरी कर रही है। उन्होंने कहा कि अब बातचीत का समय खत्म हो चुका है और मराठा समाज सीधे कार्रवाई करेगा। उन्होंने इस आरक्षण संघर्ष को “अंतिम मैच” करार दिया और सरकार पर ओबीसी कानून संशोधनों से जुड़ी अधिसूचना जारी करने में जानबूझकर देरी करने का आरोप लगाया। पाटिल ने अपने विरोध को बीड जिले में सरपंच संतोष देशमुख की हत्या से भी जोड़ते हुए कहा कि यह घटना सरकार की विफलता को दर्शाती है और इस आंदोलन को और अधिक गंभीर बनाती है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि मराठा समाज आरक्षण पाने के लिए निर्णायक कदम उठाएगा, जिससे सरकार के पास कोई और विकल्प नहीं बचेगा।
जातिवाद के आरोपों पर जवाब
अपने विरोधियों को जवाब देते हुए पाटिल ने कहा कि मराठा समाज का आरक्षण की मांग करना उन्हें जातिवादी नहीं बनाता, बल्कि जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं, वही असली जातिवादी हैं। चुनाव नजदीक आने के साथ ही पाटिल की यह धमकी सरकार पर जबरदस्त राजनीतिक दबाव बना सकती है। उनकी अगली रणनीति और आंदोलन के स्वरूप पर सभी की नज़रें टिकी हुई हैं।