
सोलापुर। मराठा आरक्षण आंदोलन के प्रमुख नेता मनोज जरांगे पाटिल बुधवार को सोलापुर पहुंचे और यहां उन्होंने आरक्षण मुद्दे को लेकर एक बार फिर आक्रामक तेवर दिखाए। जरांगे ने 27 अगस्त को अंतरवली से मुंबई तक मराठा आरक्षण के लिए विशाल मार्च निकालने की घोषणा की है। उन्होंने मराठा समाज से ‘एक घर, एक गाड़ी’ के संकल्प के साथ इस आंदोलन में शामिल होने की अपील की है और यह भी कहा कि आंदोलनकारियों को अपने साथ पानी का टैंकर भी लेकर आना चाहिए। सरकारी विश्राम गृह में मराठा समाज के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए मनोज जरांगे ने कहा कि यह मार्च पूरी तरह शांतिपूर्ण रहेगा लेकिन अगर किसी ने इसमें अड़चन डालने या अशांति फैलाने की कोशिश की, तो उसे पुलिस के हवाले कर देना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि कोई भी आगजनी, पथराव या हिंसक गतिविधियों में शामिल न हो क्योंकि मराठा समाज ऐसा कोई विवादास्पद काम नहीं करना चाहता। जरांगे ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कोई अशांति फैलाने की कोशिश करता है तो उसे सरकारी एजेंट माना जाएगा। उन्होंने पुलिस पर अत्याचार का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार मराठा समाज को डंडे से नहीं डरा सकती और पुलिस का दुरुपयोग बंद करे। उन्होंने यह भी कहा कि पहले भी आंदोलन शांतिपूर्वक हुए हैं और यह भी शांतिपूर्वक ही होगा, लेकिन मराठा समाज आरक्षण के बिना पीछे नहीं हटेगा।
अपने बयान में जरांगे ने यह भी कहा कि अगर अंतरवली सारथी में जैसी मारपीट फिर होती है तो इसका असर दिल्ली तक, यानी केंद्र की मोदी सरकार पर भी पड़ेगा। उन्होंने सरकार से आरक्षण को लेकर अब और खेल न खेलने की सलाह दी और मांग की कि मराठा समाज को ओबीसी कोटे से आरक्षण जल्द से जल्द दिया जाए।