
बीड। मराठा आरक्षण आंदोलन के नेता मनोज जरांगे ने मस्साजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या की जांच को लेकर महाराष्ट्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। सोमवार को वे देशमुख के परिवार से मिलने पहुंचे, जहां हत्या की पहली बरसी पर उन्होंने सरकार और पुलिस विभाग की “धीमी और संदिग्ध” जांच प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाए। संतोष देशमुख की पिछले वर्ष 9 दिसंबर 2024 को बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। उन्हें किडनैप कर टॉर्चर किया गया और मौत के घाट उतार दिया गया। यह मामला न सिर्फ बीड जिले बल्कि पूरे महाराष्ट्र को झकझोर देने वाला था। इस हत्या और इससे जुड़े जबरन वसूली के मामले में एनसीपी नेता और पूर्व मंत्री धनंजय मुंडे के एक करीबी सहयोगी की गिरफ्तारी के बाद मुंडे को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था।जरांगे ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने खुद देशमुख परिवार को आश्वासन दिया था कि सभी आरोपियों को एक साल के भीतर सख्त सज़ा, यहां तक कि मौत की सज़ा दिलाई जाएगी। लेकिन एक साल बीतने के बाद भी जांच आगे नहीं बढ़ी है। उनके शब्दों में, “ऐसा लगता है कि जांच को जानबूझकर खींचा जा रहा है। जरांगे ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर आरोपियों को बचाने की कोशिश हुई या वे छूट गए, तो सिर्फ बीड ही नहीं, बल्कि पूरा महाराष्ट्र बंद कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि न्याय में देरी लोगों के विश्वास को तोड़ती है और सरकार को इस मसले पर गंभीरता दिखानी चाहिए। मस्साजोग गांव में देशमुख परिवार और ग्रामीणों के बीच बढ़ता आक्रोश इस बात का संकेत है कि यह मुद्दा आने वाले दिनों में और गरम सकता है।




