
मुंबई। दिल्ली कार विस्फोट और विस्फोटक बरामदगी मामले में जाँच एक बड़े मोड़ पर पहुँची है। जाँचकर्ताओं ने मुख्य आरोपी डॉ. शाहीन सईद के माध्यम से मुंबई से जुड़े एक महत्वपूर्ण नेटवर्क का खुलासा किया है। शाहीन पर आरोप है कि वह अल-क़ायदा से प्रेरित एक कट्टरपंथी मॉड्यूल की महिला शाखा का नेतृत्व कर रही थी, जिससे देश की सुरक्षा एजेंसियाँ बेहद सतर्क हो गई हैं। जानकारी के अनुसार, मूल रूप से लखनऊ की रहने वाली शाहीन सईद का व्यक्तिगत और आपराधिक इतिहास जटिल रहा है और उसके तार मुंबई, कानपुर और उत्तर प्रदेश से गहराई से जुड़े हुए पाए गए हैं। जाँचकर्ताओं ने बताया कि शाहीन की शादी पहले मुंबई के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. जफ़र हयात से हुई थी। डॉ. हयात दक्षिण मुंबई के मध्यमवर्गीय मुस्लिम परिवार से हैं और इस दंपति के कथित रूप से दो बच्चे भी हैं। हालाँकि, दिल्ली विस्फोट मामले के मुख्य आरोपी डॉ. मुज़म्मिल अहमद गनई से प्रेम संबंध बनने के बाद शाहीन ने 2015 में अपने पति हयात को तलाक दे दिया और बाद में फरीदाबाद के अल-फ़लाह विश्वविद्यालय में दाखिला लिया, जहाँ मुज़म्मिल भी कार्यरत था। मुंबई एटीएस ने अब खुलासा किया है कि अपनी शादी के दौरान और भिंडी बाज़ार व नल बाज़ार में रहने के समय शाहीन कई लोगों के संपर्क में थी। उसके नेटवर्क में मोहम्मद अली रोड, नागपाड़ा, डोंगरी और पाइधोनी जैसे संवेदनशील इलाकों के लोग शामिल थे। एटीएस अब यह जाँच कर रही है कि ये संपर्क केवल व्यक्तिगत स्तर तक सीमित थे या इनका आतंकवादी गतिविधियों, वित्तपोषण या वैचारिक समर्थन नेटवर्क से कोई संबंध था। इस खुलासे के बाद मुंबई और दिल्ली दोनों जगह सुरक्षा एजेंसियों ने अपनी जाँच तेज़ कर दी है और शाहीन के पुराने संपर्कों, वित्तीय लेनदेन और यात्राओं की गहन छानबीन की जा रही है।




