
पुणे। महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग (एमपीएससी) ने राज्य सेवा मुख्य परीक्षा 2024 को स्थगित करने का फैसला किया है। यह निर्णय पुणे सहित राज्यभर में एमपीएससी उम्मीदवारों द्वारा किए गए व्यापक विरोध प्रदर्शनों के बाद लिया गया है। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार परीक्षा अप्रैल के अंतिम सप्ताह में होनी थी, लेकिन अब यह 27 से 29 मई, 2025 के बीच आयोजित की जाएगी। आयोग ने आरक्षण समायोजन से उत्पन्न असाधारण परिस्थितियों को स्वीकार करते हुए यह एकमुश्त विस्तार देने का निर्णय लिया है ताकि सभी उम्मीदवारों को न्यायसंगत अवसर मिल सके। अन्य सभी नियम और शर्तें पूर्ववत रहेंगे। पुणे में हजारों उम्मीदवारों ने बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट के पास प्रदर्शन किया था। उनका आरोप था कि प्रारंभिक परीक्षा में कट-ऑफ से अधिक अंक लाने के बावजूद उन्हें मेरिट सूची में शामिल नहीं किया गया, जिससे चयन प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल खड़े हुए। उम्मीदवारों ने परीक्षा स्थगित करने की मांग के साथ-साथ पुलिस सब-इंस्पेक्टर पदों की संख्या बढ़ाने की भी मांग की। राज्यसेवा प्रारंभिक परीक्षा 1 दिसंबर 2024 को आयोजित की गई थी और उसके परिणाम 12 मार्च 2025 को घोषित किए गए थे। अभ्यर्थियों ने यह भी आरोप लगाया कि मराठा समुदाय के लिए आरक्षित एसईबीसी (सामाजिक व शैक्षणिक रूप से पिछड़ा वर्ग) आरक्षण लागू होने के बावजूद कई मराठा उम्मीदवारों को गलती से ईडब्ल्यूएस (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) श्रेणी में सूचीबद्ध कर दिया गया। इसके चलते असली ईडब्ल्यूएस उम्मीदवार मुख्य परीक्षा के लिए अयोग्य हो गए। इसी असंतोष के चलते पिछले सप्ताह 4,000 से अधिक छात्रों ने पुणे के फरास खाना पुलिस स्टेशन के पास देर रात तक विरोध प्रदर्शन किया था। आयोग द्वारा परीक्षा की नई तारीख घोषित किए जाने को आंदोलनरत उम्मीदवारों की बड़ी सफलता माना जा रहा है, हालांकि छात्र अभी भी चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता और आरक्षण से जुड़ी विसंगतियों के समाधान की मांग कर रहे हैं।