
मुंबई। महाराष्ट्र राजभवन में शुक्रवार को गोवा और तेलंगाना के राज्य स्थापना दिवस समारोह का आयोजन भव्य रूप से किया गया। इस अवसर पर महाराष्ट्र के राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन ने भारत की विविधताओं में एकता को बनाए रखने का आह्वान करते हुए कहा कि देश को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सभी राज्यों और नागरिकों को एकजुट रहना होगा। राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि जिस प्रकार यूरोप के कई देश एकजुट होकर यूरोपीय संघ बनाए, वैसे ही भारत के विभिन्न राज्य भी आपसी सहयोग और समझ के साथ वैश्विक मंच पर देश को मजबूत बना सकते हैं। उन्होंने भारत की सांस्कृतिक विविधता की सराहना करते हुए सभी नागरिकों से एक भारत श्रेष्ठ भारत के संकल्प को साकार करने का आग्रह किया। कार्यक्रम के दौरान गोवा की पारंपरिक सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हुए स्वामी रामानंद तीर्थ मराठवाड़ा विश्वविद्यालय (एसआरटीएमयू), नांदेड़ के छात्रों ने ढालो और दिवाली लोकनृत्य की सुंदर प्रस्तुतियाँ दीं। तेलंगाना की ओर से कुचिपुड़ी नृत्यांगना नादिया ने नटराज नाट्यहेला प्रस्तुत किया और मुंबई में रहने वाली तेलंगाना मूल की महिलाओं ने पारंपरिक बतुकम्मा नृत्य का आयोजन किया। समारोह में दोनों राज्यों के इतिहास, संस्कृति और विरासत को दर्शाती ऑडियो-विजुअल फिल्में भी प्रदर्शित की गईं, जिन्हें उपस्थित जनसमूह ने सराहा। इस विशेष अवसर पर एसआरटीएमयू के कुलपति डॉ.मनोहर चास्कर, प्र-कुलपति डॉ. अशोक महाजन, मुंबई आंध्र महासभा एवं जिमखाना के अध्यक्ष एम.कोंडा रेड्डी, महासचिव यपुरम वेंकटेश्वर, राज्यपाल सचिवालय के डॉ. प्रशांत नारनवारे, उप सचिव एस. राममूर्ति और अनुभाग अधिकारी जयेश ठाकुर समेत अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। डॉ. नारनवारे ने स्वागत भाषण दिया, जबकि जयेश ठाकुर ने आभार व्यक्त किया। राज्य स्थापना दिवस समारोह को ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ पहल के तहत आयोजित किया गया था, जिसने राष्ट्रीय एकता, सांस्कृतिक समरसता और सहयोग के संदेश को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया।