
मुंबई। महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी.राधाकृष्णन ने सोमवार को मुंबई के राजभवन में राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय अग्निशमन सेवा सप्ताह का उद्घाटन किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने मुंबई अग्निशमन ब्रिगेड सहित राज्य भर से आए अधिकारियों और कर्मियों को सराहनीय सेवा के लिए राष्ट्रपति के अग्निशमन सेवा पदक प्रदान किए। उन्होंने कहा कि शहरीकरण, ऊर्ध्वाधर विकास और औद्योगिक विस्तार के चलते आपात स्थितियाँ अधिक जटिल हो गई हैं, ऐसे में निजी क्षेत्र की भागीदारी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), ड्रोन तकनीक और नवीन समाधानों को अग्निशमन सेवाओं में शामिल करना आवश्यक है। उन्होंने आग की रोकथाम, कारणों की जांच और व्यापक अग्नि सुरक्षा ऑडिट के लिए एक समर्पित संस्थान की स्थापना पर बल दिया। साथ ही, सेवानिवृत्त अग्निशमन अधिकारियों के अनुभव को औद्योगिक सुरक्षा और आपातकालीन योजनाओं में शामिल करने की आवश्यकता बताई। राज्यपाल ने कहा कि वे राज्य के कुलाधिपति के रूप में विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में अल्पकालिक अग्नि सुरक्षा और आपदा प्रतिक्रिया कार्यक्रमों के शुभारंभ का आग्रह करेंगे ताकि एक कुशल बल तैयार किया जा सके। उन्होंने छात्रों को सुरक्षा अभ्यासों और जागरूकता अभियानों से जोड़ने की अपील की। इस अवसर पर उन्होंने महाराष्ट्र अग्निशमन सेवा कल्याण कोष के लिए निधि संग्रह अभियान का भी उद्घाटन किया और जनसामान्य से उदार योगदान की अपील की। राज्यपाल द्वारा सम्मानित कर्मियों में मुंबई, पुणे और सांगली-मिरज नगर निगम के अधिकारी शामिल थे। इस वर्ष अग्निशमन सेवा सप्ताह 14 से 20 अप्रैल तक मनाया जा रहा है, जिसका थीम है: “एकजुट होकर प्रज्वलित करें: अग्नि-सुरक्षित भारत”। यह सप्ताह 1944 के बॉम्बे डॉकयार्ड विस्फोट में जान गंवाने वाले अग्निशमन वीरों की स्मृति में मनाया जाता है।