
मुंबई। महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन अब देश के नए उपराष्ट्रपति बन गए हैं। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद हुए मध्यावधि चुनाव में एनडीए ने राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाया था और उन्होंने बड़ी जीत दर्ज की। चुनाव में राधाकृष्णन को 452 वोट मिले, जबकि भारत अघाड़ी के उम्मीदवार सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट हासिल हुए। राधाकृष्णन के उपराष्ट्रपति बनने के बाद अब वे महाराष्ट्र के राज्यपाल पद से इस्तीफा देंगे। अनुमान है कि अगले दो दिनों में वे पद छोड़ देंगे। उपराष्ट्रपति पद का शपथ ग्रहण समारोह 12 सितंबर को प्रस्तावित है, जिसकी तारीख आज ही अंतिम रूप से तय होने की संभावना है। ऐसे में राज्यपाल का पद अस्थायी रूप से किसी दूसरे राज्य के राज्यपाल को सौंपा जा सकता है। महाराष्ट्र में इस समय स्थिर सरकार है और अगले चार साल तक इसे कोई बड़ा खतरा नहीं दिख रहा है। इसलिए नए राज्यपाल के सामने तत्काल कोई बड़ी संवैधानिक चुनौती नहीं होगी। राजनीतिक हलकों में अटकलें लगाई जा रही हैं कि भाजपा या आरएसएस से जुड़े किसी नेता को दूसरे राज्य से लाकर महाराष्ट्र का राज्यपाल बनाया जा सकता है। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि महाराष्ट्र का नया राज्यपाल कौन होगा।