
मुंबई। गोरेगांव स्थित नेस्को परिसर में आयोजित भारत समुद्री सप्ताह 2025 के दौरान महाराष्ट्र को “समुद्री उत्कृष्टता उपलब्धि–2025 प्रदर्शनी पुरस्कार” से सम्मानित किया गया। राज्य को यह सम्मान “विविधता और प्रभाव प्रदर्शन” श्रेणी में मिला है। यह पिछले दस वर्षों में पहली बार है जब महाराष्ट्र को इस प्रतिष्ठित राष्ट्रीय मंच पर यह गौरव प्राप्त हुआ है। इस अवसर पर मत्स्य पालन एवं बंदरगाह मंत्री नितेश राणे की उपस्थिति में महाराष्ट्र मैरीटाइम बोर्ड ने 260 करोड़ रुपये के समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। यह समझौते इचिंडिया और नॉलेज मरीन कंपनियों के साथ हुए हैं, जिनमें ग्रीन टगबोट के लिए बैटरी निर्माण, जहाज निर्माण एवं मरम्मत, और बंदरगाह निर्माण परियोजनाएँ शामिल हैं। कार्यक्रम में मंत्री राणे ने डेनमार्क की कंपनियों के प्रतिनिधियों से ग्रीन शिप बिल्डिंग और पर्यावरण-संवेदनशील बंदरगाह विकास पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने निवेश के इच्छुक अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के साथ करंजा और दिघी बंदरगाहों के विकास को लेकर भी विचार-विमर्श किया। इस अवसर पर बंदरगाह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजय सेठी, महाराष्ट्र मैरीटाइम कॉर्पोरेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पी. प्रदीप, मुख्य बंदरगाह अधिकारी कैप्टन खारा तथा संबंधित अधिकारी एवं कंपनियों के वरिष्ठ प्रतिनिधि उपस्थित थे। बंदरगाह विभाग ने बताया कि यह पुरस्कार राज्य सरकार द्वारा समुद्री क्षेत्र में की गई नवीन पहलों, परियोजनाओं और उनके प्रभावी क्रियान्वयन की राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता का प्रतीक है। इससे महाराष्ट्र के समुद्री बुनियादी ढांचे के विकास को नई दिशा और गति मिलने की उम्मीद है।




