मुंबई। महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। प्रमुख राजनीतिक पार्टियों ने सियासी गठजोड़ और चुनावी रणनीति पर चर्चा शुरू कर दी है। इस बार वर्ली विधानसभा सीट पर चुनावी लड़ाई विशेष रूप से दिलचस्प हो सकती है, क्योंकि शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (शिवसेना-यूबीटी) के युवा नेता आदित्य ठाकरे के खिलाफ उनके चाचा राज ठाकरे की पार्टी, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे), चुनौती पेश करने के लिए तैयार हो सकती है। वर्ली विधानसभा सीट, जो मुंबई दक्षिण लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है, एक उच्च-वर्गीय क्षेत्र और झुग्गी बस्तियों का मिश्रण है। इस क्षेत्र में ऊंची इमारतों और संपन्न व्यापारिक संस्थानों के साथ-साथ पुलिस कॉलोनी और बीडीडी चॉल जैसी झुग्गी-बस्तियाँ भी हैं। यहाँ की झुग्गी बस्तियाँ पुनर्विकास की प्रतीक्षा कर रही हैं, जिससे यह क्षेत्र सामाजिक-आर्थिक असमानताओं का प्रतीक बन गया है। 2024 के लोकसभा चुनावों में वर्ली विधानसभा सीट पर शिवसेना-यूबीटी उम्मीदवार की बढ़त सिर्फ 7,000 से भी कम रही, जिससे यह क्षेत्र राज ठाकरे की पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर बन गया है। मनसे इस सीट से अपने उम्मीदवार संदीप देशपांडे को उतार सकती है, जो वर्ली निवासियों की समस्याओं को हल करने के लिए उनके साथ सक्रिय रूप से संवाद में लगे हुए हैं।
राज ठाकरे की मुख्यमंत्री से मुलाकात
मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने हाल ही में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की, जिसमें वर्ली की समस्याओं पर गहन चर्चा की गई। यह बैठक महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि इसके बाद मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को वर्ली से संबंधित मुद्दों को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया है। राज ठाकरे द्वारा वर्ली के मुद्दों को उभारने से यह स्पष्ट होता है कि मनसे इस सीट पर गंभीरता से नजर रख रही है। मनसे को इस क्षेत्र में अब एक संभावित अवसर दिख रहा है। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि सत्तारूढ़ गठबंधन या मनसे एक साथ चुनाव लड़ेंगे या नहीं। मुख्यमंत्री शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी अपनी उपस्थिति को मजबूत करने के लिए वर्ली में कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। आदित्य ठाकरे के लिए वर्ली में अपनी सीट बचाना एक बड़ी चुनौती हो सकती है, खासकर जब मनसे जैसे विरोधी उनके खिलाफ मैदान में उतर सकते हैं। राजनीतिक समीकरणों और गठबंधनों के बदलते परिदृश्य में, वर्ली विधानसभा सीट पर होने वाले चुनाव में कौन बाजी मारेगा, यह देखना दिलचस्प होगा।