Maharajganj: महाराजगंज जिले (Maharajganj district) के सोनौली में भारत-नेपाल सीमा पर मालवाहक और यात्री वाहनों की सुगम आवाजाही के वास्ते लैंडपोर्ट के रूप में काम करने के लिए हवाईअड्डे की तर्ज पर एकीकृत जांच चौकी (ICP) स्थापित करने का काम शुरू हो गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यहां यह जानकारी दी।
सोनौली कस्बे के पश्चिमी छोर पर स्थित शेखफरेंदा गांव के केवटलिया टोला के पास उत्तर प्रदेश में पहली एकीकृत जांच चौकी की चारदीवारी का निर्माण कार्य शुरू हो गया है।
जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने शनिवार को पीटीआई-भाषा को बताया कि महाराजगंज के बौद्ध सर्किट के अंतरराष्ट्रीय निकास बिंदु सोनौली में एकीकृत आईसीपी लैंडपोर्ट बनेगा।
सोनौली सीमा के पास बनने वाला आईसीपी बौद्ध सर्किट का एक महत्वपूर्ण निकास बिंदु है। यह गौतम बुद्ध की जन्मस्थली और लोकप्रिय बौद्ध पर्यटन केंद्र लुंबिनी के करीब है। सोनौली में विदेशों से आने वाले यात्रियों एवं पर्यटकों को अच्छी सुविधा मिले, इसी आधार पर इसे विकसित किया जाएगा।
भारत सरकार ने 2004 में सोनौली सीमा पर एक एकीकृत चेक पोस्ट के निर्माण को मंजूरी दी थी।
जिलाधिकारी ने कहा कि भूमि अधिग्रहण का काम लगभग पूरा हो चुका है और गृह मंत्रालय की देखरेख में एकीकृत जांच चौकी (चेक पोस्ट) की चारदीवारी का निर्माण शुरू हो गया है ।
उन्होंने कहा कि सीमा शुल्क और आव्रजन सुविधाओं को एक छत के नीचे लाकर दोनों देशों के बीच सीमा पार मालवाहक ट्रकों की आवाजाही को व्यवस्थित करने के लिए भारत-नेपाल सीमा के दोनों ओर एकीकृत चेक पोस्ट बनाए जा रहे हैं।
उनके अनुसार यह चेकपोस्ट यहां 700 करोड़ रुपये की लागत से 143 एकड़ क्षेत्र में बनाया जाएगा तथा इसके अलावा एकीकृत जांच चौकी को राष्ट्रीय राजमार्ग 24 से जोड़ने के लिए जुगौली और सुकरौली गांव से सड़क का निर्माण किया जाएगा ।
राजस्व विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, एकीकृत चेक पोस्ट के निर्माण के लिए 300 किसानों की भूमि का अधिग्रहण किया गया है।
इन वरिष्ठ अधिकारी का कहना था कि इसके तहत 288 किसानों से भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है और शेष 12 भू-स्वामियों से औपचारिकताएं की जा रही हैं क्योंकि वे विदेश में हैं। उनके अनुसार उनके लौटते ही अधिग्रहण का काम पूरा कर लिया जाएगा।
अधिकारी ने बताया कि 79 करोड़ रुपये में जमीन का अधिग्रहण किया गया है और जमीन मालिकों को पैसे का भुगतान भी कर दिया गया है।
सोनौली में एकीकृत चेक पोस्ट बनने के बाद इसके परिसर में एक साथ पांच हजार वाहनों की पार्किंग संभव हो सकेगी । महाराजगंज परियोजना के अलावा, रुपईडीहा (उत्तर प्रदेश में) में भी एकीकृत जांच चौकियां स्थापित करने की योजना है ।