
मुंबई। मुंबई के सांताक्रुज (पूर्व) स्थित वकोला के पब्लिक हाई स्कूल एवं जूनियर कॉलेज के सभागार में शनिवार को डॉ. दिनेशकुमार रचित खंड काव्य ‘संविधान के शिल्पकार’ का लोकार्पण गरिमामयी वातावरण में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुंबई विश्वविद्यालय के हिंदी विभागाध्यक्ष एवं रक्षा विशेषज्ञ वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. करुणाशंकर उपाध्याय ने की। इस अवसर पर समाज की सैकड़ों प्रबुद्ध विभूतियां उपस्थित रहीं। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में हिंद सेवा परिषद पब्लिक स्कूल एवं जूनियर कॉलेज** के संस्थापक और मूर्धन्य विद्वान यज्ञ नारायण दुबे उपस्थित रहे। वहीं वक्ताओं के रूप में मुंबई विश्वविद्यालय हिंदी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सचिन गपाट तथा समूह समाचार पत्र दैनिक ‘संझा लोकस्वामी’ (मुंबई) के कार्यकारी संपादक राकेशमणि तिवारी ने अपने विचार रखे। पुस्तक पर सारगर्भित मंतव्य प्रस्तुत करने वालों में डॉ. सचिन गपाट और राकेशमणि तिवारी के साथ-साथ मुंबई के दादर स्थित कीर्ति कॉलेज के सहायक प्राध्यापक एवं हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. अश्विनी द्विवेदी शामिल रहीं। सम्मानित अतिथियों में आर.के. कॉलेज के प्रबंधक आर. के. सर तथा नीलम पब्लिकेशन के निदेशक दिनेश वर्मा भी मंचासीन रहे। पुस्तक की प्रस्तावना कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. राकेश दुबे ने प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन साहित्य संगम संस्था के संस्थापक अध्यक्ष, वरिष्ठ कवि एवं पूर्व प्रधानाचार्य रामसिंह ने किया, जबकि अतिथियों के प्रति आभार विधि महाविद्यालय के निदेशक राजेश दुबे ने व्यक्त किया। कार्यक्रम के दौरान काव्य पाठ भी आयोजित किया गया, जिसमें रवि यादव, कल्पेश यादव, जाकिर हुसैन रहबर, प्रोफेसर जे.पी.सिंह सहित लगभग 20 कवियों और साहित्यकारों ने अपनी रचनाओं का पाठ किया। संपूर्ण आयोजन साहित्य, संविधान और सामाजिक चेतना के प्रति गहन विमर्श का सशक्त मंच बनकर उभरा।




