
मुंबई। लोकमान्य तिलक टर्मिनस (एलटीटी) रेलवे पुलिस ने मोबाइल फोन चोरी कर ऑनलाइन ट्रांजैक्शनों के माध्यम से पैसे उड़ाने वाले एक सक्रिय गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गैंग के चार सदस्यों- शुभम तात्या मोढाले, खुद्बुद्दीन बशीर शेख, नूरमोहम्मद बाबू मदारी और अल्ताफ नूरमोहम्मद मदारी को नासिक जिले के येओला क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। आरोपी “मदारी गैंग” के नाम से जाने जाते हैं। पुलिस ने आरोपियों के पास से तीन चोरी किए गए मोबाइल फोन और 70,000 रूपए नकद बरामद किया है। मामला कोलकाता के मालदा निवासी 24 वर्षीय युवक की शिकायत पर दर्ज हुआ। युवक 19 अगस्त 2025 को कोलकाता लौटने के लिए एलटीटी पहुँचा था, तभी तीन अज्ञात लोगों ने उसका मोबाइल फोन चुरा लिया। चोरी किए गए फोन का इस्तेमाल करते हुए आरोपियों ने गूगलपे और फोनपे के जरिए युवक के बैंक खाते से 40,700 रूपए उड़ा लिए। फ्रॉड का पता चलते ही पीड़ित ने एलटीटी रेलवे पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने चोरी, धोखाधड़ी और आईटी एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू की। रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी विश्लेषण और अन्य साक्ष्यों के आधार पर पुलिस शुभम मोढाले, खुद्बुद्दीन शेख, नूरमोहम्मद मदारी और अल्ताफ मदारी तक पहुँच गई। चारों को नासिक में अलग-अलग ठिकानों से पकड़ा गया। पूछताछ में आरोपियों ने अपना अपराध कबूल कर लिया। जांच में खुलासा हुआ कि यह गैंग यात्रियों को कॉल करने के बहाने मोबाइल मांगकर भाग जाता था, और चोरी किए गए फोन से डिजिटल वॉलेट ऐप्स में लॉगिन करके खातों से पैसे ट्रांसफर कर लेता था। वारदात के बाद ये लोग नासिक के अपने होमटाउन लौट जाते थे। पुलिस को शक है कि गैंग कई अन्य चोरी और फाइनेंशियल फ्रॉड मामलों में भी शामिल रहा है। आगे की जांच जारी है।




