
मुंबई। आगामी विजयादशमी पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के 100 वर्ष पूरे हो रहे हैं। संघ शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में शारदीय नवरात्रि के दौरान गोरेगांव में कीर्तन महोत्सव का आयोजन किया गया है। यह कीर्तन महोत्सव 22 सितंबर से 1 अक्टूबर तक मसूराश्रम और संस्कार भारती (उत्तर पश्चिम समिति कोंकण प्रांत) के सहयोग से आयोजित किया जाएगा। ये कीर्तन प्रतिदिन शाम 4:30 से 6:30 बजे तक गोरेगांव पूर्व के पांडुरंगवाड़ी स्थित मसूराश्रम में आयोजित किए जाएंगे। आज संघ ने पूरे देश में व्यापक रूप ले लिया है। हिंदुत्व और भारतीयता के विचार को जमीनी स्तर तक पहुंचाने वाला राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ 2 अक्टूबर 2025, विजयादशमी यानी दशहरे के दिन 100 वर्ष पूरे कर रहा है। संघ के विस्तार के लिए अनगिनत प्रचारकों ने अपना योगदान दिया है। इन संघ मनीषियों के समर्पण से ही संघ ने अपना वर्तमान स्वरूप प्राप्त किया है। इस कीर्तन महोत्सव के अवसर पर ऐसे ही दस महान संघ मनीषियों के समर्पण की कथा सुनाई जाएगी। इन महान संतों में प्रथम सरसंघचालक माननीय डॉ. हेडगेवार, माननीय गोलवलकर गुरुजी, पूज्य मावशी केलकर, दत्तोपंत ठेंगड़ी, मोरोपंत पिंगले, नानाजी देशमुख, हरिभाऊ वाकणकर, बालासाहेब देशपांडे, यादवराव जोशी और लक्ष्मणराव इनामदार शामिल हैं। प्रतिदिन इनमें से किसी एक व्यक्ति का कीर्तन किया जाएगा।




