
मुंबई। राज्य सरकार छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता देने के उद्देश्य से ‘कमवा और शिका’ (Earn & Learn) योजना को अधिक प्रभावी बनाने जा रही है। इस योजना के तहत छात्राओं को हर महीने 2,000 रूपए की वित्तीय सहायता देने का प्रस्ताव विचाराधीन है। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटील ने यह घोषणा ज्ञानज्योती सावित्रीबाई फुले पुरस्कार 2022-23 के वितरण समारोह में की, जो एसएनडीटी महिला विश्वविद्यालय में आयोजित किया गया। इस अवसर पर राज्य के छह राजस्व विभागों की एक-एक महिला को सम्मानित किया गया। मंत्री पाटील ने कहा कि कोविड-19 के कारण यह पुरस्कार पिछले कुछ वर्षों से स्थगित था, लेकिन अब इसे नियमित रूप से दिया जाएगा। 1981 में शुरू हुए इस पुरस्कार की राशि अब 1 लाख रूपए कर दी गई है। समारोह में पूर्व मंत्री छगन भुजबळ ने पुरस्कार को हर साल नियमित रूप से देने की मांग की। कार्यक्रम में गायिका अनुराधा पौडवाल, अपर मुख्य सचिव बी. वेणुगोपाल रेड्डी, उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. शैलेंद्र देवळाणकर, कुलपति डॉ. उज्ज्वला चक्रदेव सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। इस दौरान राज्य की छह महिलाओं को सम्मानित किया गया, जिनमें जनाबाई उगले (पुणे विभाग), डॉ. प्राजक्ता कुलकर्णी (नाशिक विभाग), फुलन शिंदे (कोंकण विभाग), मीनाक्षी बिराजदार (छत्रपति संभाजीनगर विभाग), वनिता अंभोरे (अमरावती विभाग) और शालिनी सक्सेना (नागपुर विभाग) शामिल हैं। इन महिलाओं को सामाजिक, शैक्षणिक और अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के लिए ₹1 लाख नकद राशि और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। सरकार की ‘कमवा और शिका’ योजना से छात्राओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में आर्थिक सहायता मिलेगी और महिलाओं को उनके योगदान के लिए सम्मान दिया जाएगा।