
मुंबई। पवई पुलिस ने सोमवार को नासिक स्थित करेंसी नोट प्रेस (सीएनपी) में फर्जीवाड़े के जरिए नौकरी पाने के प्रयास में सात लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है। इन आरोपियों ने भर्ती परीक्षा में प्रॉक्सी उम्मीदवारों का सहारा लिया और फर्जी आईटीआई व डिप्लोमा प्रमाणपत्रों का इस्तेमाल कर सरकारी नौकरी हासिल करने की कोशिश की। यह मामला सबसे पहले नासिक पुलिस स्टेशन में एक जीरो एफआईआर के रूप में दर्ज हुआ था, जिसे बाद में पवई पुलिस स्टेशन को स्थानांतरित कर दिया गया क्योंकि उक्त परीक्षा 4 और 13 मार्च 2022 को मुंबई के ऑरम आईटी पार्क, पवई में आयोजित की गई थी। आरोपी- रवि रंजन कुमार, संदीप कुमार, शिशुपाल कुमार, आयुष राज, राजीव सिंह, संदीप कुमार और आशुतोष कुमार जो सभी बिहार के नालंदा जिले के निवासी हैं और फिलहाल फरार हैं। इन पर जूनियर टेक्नीशियन (प्रिंट), जूनियर टेक्नीशियन (इलेक्ट्रिकल) और सुपरवाइजर पदों की परीक्षा में फर्जी तरीके से शामिल होने और दस्तावेजों की जालसाजी का आरोप है। पुलिस ने इन पर भारतीय दंड संहिता की धाराओं 120(B) (आपराधिक साजिश), 420 (धोखाधड़ी), 465, 467, 468, 471 (जालसाजी से जुड़े अपराध) के तहत मुकदमा दर्ज किया है। इसके साथ ही महाराष्ट्र विश्वविद्यालय, बोर्ड एवं अन्य निर्दिष्ट परीक्षाओं में कदाचार निवारण अधिनियम की धाराएं भी लगाई गई हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यह एक सुनियोजित साजिश थी, जिसमें असली उम्मीदवारों की जगह प्रॉक्सी उम्मीदवार परीक्षा में बैठे और चयन के बाद जाली डिप्लोमा या आईटीआई सर्टिफिकेट जमा किए गए। मामले की जांच जारी है और पुलिस फरार आरोपियों की तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है।