
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में राज्यसभा की चार रिक्त सीटों पर हुए चुनाव के नतीजे घोषित हो गए हैं। इन चुनावों में नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) ने तीन सीटों पर जीत हासिल की, जबकि चौथी सीट भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने नाम की। विजयी उम्मीदवारों में नेशनल कॉन्फ्रेंस के चौधरी मोहम्मद रमजान, सज्जाद अहमद किचलू और गुरविंदर सिंह ओबेरॉय शामिल हैं। वहीं, भाजपा के वरिष्ठ नेता सतपाल (सत) शर्मा भी विजयी रहे। भाजपा उम्मीदवार सतपाल शर्मा को 32 वोट मिले, जबकि एनसी प्रत्याशी इमरान निसार को 22 वोट प्राप्त हुए। 74 वर्षीय चौधरी मोहम्मद रमजान ने उत्तरी कश्मीर के हंदवाड़ा से 57 वोट हासिल करते हुए भाजपा उम्मीदवार अली मोहम्मद मीर (28 वोट) को हराया। उद्योग एवं वाणिज्य तथा नागरिक आपूर्ति जैसे महत्वपूर्ण विभागों का कार्यभार संभाल चुके रमजान 1973 में पुणे विश्वविद्यालय से बीएससी और एलएलबी की डिग्री प्राप्त कर राजनीति में सक्रिय हुए थे। चेनाब घाटी के किश्तवाड़ का प्रतिनिधित्व करने वाले 59 वर्षीय सज्जाद अहमद किचलू ने 58 वोट हासिल कर भाजपा के राकेश महाजन को मात दी। वे 2002 और 2008 में विधायक रहे तथा 2009-2013 तक उमर अब्दुल्ला मंत्रिमंडल में गृह राज्य मंत्री पद पर रहे। एनसी के कोषाध्यक्ष और जम्मू के प्रमुख व्यवसायी गुरविंदर ‘शम्मी’ सिंह ओबेरॉय राज्यसभा पहुंचने वाले क्षेत्र के पहले सिख नेता बने। वे दिवंगत नेता धर्मवीर सिंह ओबेरॉय के पुत्र हैं, जो पहले विधान परिषद सदस्य थे। भाजपा के सतपाल शर्मा, जो कि एक चार्टर्ड अकाउंटेंट और पार्टी की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष हैं, ने चौथी सीट पर जीत दर्ज की। शर्मा 2014 में विधायक चुने गए थे और पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार में राज्य मंत्री भी रहे थे। लगभग चार वर्षों की रिक्ति के बाद जम्मू-कश्मीर को उच्च सदन में पुनः प्रतिनिधित्व मिला है। अंतिम बार फरवरी 2015 में राज्यसभा चुनाव हुए थे। अगस्त 2019 में विशेष दर्जा समाप्त होने और फरवरी 2021 में सदस्यों के कार्यकाल पूरे होने के बाद विधानसभा के अभाव में ये सीटें खाली हो गई थीं। अब इस चुनाव के साथ जम्मू-कश्मीर की आवाज़ पुनः राज्यसभा में सुनी जाएगी।




