
मुंबई। भारत और इटली के बीच मजबूत राजनीतिक संबंधों के साथ-साथ व्यापार, अनुसंधान, शिक्षा, स्टार्टअप और सांस्कृतिक क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। भारत में इटली के राजदूत एंटोनियो एनरिको बार्टोली ने गुरुवार को मुंबई में राज्यपाल सी.पी.राधाकृष्णन से मुलाकात के दौरान यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच गहरे राजनीतिक संबंध हैं और वर्तमान में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, नवाचार, अंतरिक्ष अनुसंधान, रक्षा, सुरक्षा, साइबर सुरक्षा, पर्यटन और फिल्म उद्योग में सहयोग जारी है। उन्होंने यह भी बताया कि इटली के उपप्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री अप्रैल 2025 में एक बड़े व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत आएंगे और महाराष्ट्र की प्रमुख कंपनियों, उद्योगों और स्टार्टअप्स के साथ स्मार्ट एग्रीकल्चर, हरित प्रौद्योगिकी, जैव ईंधन और ठोस कचरा प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि इटली भारत में स्टार्टअप्स के विकास और तकनीकी साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है और इस संबंध में आईआईटी मुंबई के साथ संभावनाओं पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि इटली में 85 प्रतिशत कचरे का पुनर्चक्रण किया जाता है और इस क्षेत्र में इटली भारत को तकनीकी सहयोग प्रदान कर सकता है। इस अवसर पर राज्यपाल सी.पी.राधाकृष्णन ने कहा कि दोनों देशों के बीच वस्त्र उद्योग में सहयोग की व्यापक संभावनाएं हैं। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री से चर्चा कर व्यापारिक संबंधों को मजबूत किया जाएगा, राजभवन में उद्योगपतियों और चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधियों की बैठक आयोजित की जाएगी, महाराष्ट्र के विश्वविद्यालयों में इटालियन भाषा केंद्र खोलने का प्रस्ताव दिया जाएगा, और नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा शुरू होने के बाद मुंबई से इटली के प्रमुख शहरों के लिए सीधी उड़ानें शुरू करने पर भी विचार किया जाएगा। इस अवसर पर इटली के वाणिज्य दूत वॉल्टर फेरारा और उप-वाणिज्य दूत लुइगी कैस्कोन भी उपस्थित थे।