
मुंबई। अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट का सरगना कुब्बावाला मुस्तफा को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया और मुंबई में गिरफ्तार कर लिया गया। मुस्तफा के खिलाफ 25 नवंबर 2024 को इंटरपोल की मदद से रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था, जिसके आधार पर उसे UAE में हिरासत में लिया गया।
जांच पूरी होने के बाद अबू धाबी एनसीबी ने 19 जून 2025 को उसे भारत को सौंपने की प्रक्रिया शुरू की। इस क्रम में चार अधिकारियों की एक टीम 7 जुलाई को यूएई रवाना हुई और 11 जुलाई को हथकड़ी लगाकर मुस्तफा को भारत लाया गया। कुब्बावाला, सांगली ड्रग फैक्ट्री मामले में वांछित था। गौरतलब है कि 27 जनवरी 2025 को पुलिस ने सांगली के कर्वे एमआईडीसी क्षेत्र में एक एमडी ड्रग्स फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था। पुलिस को यहां ड्रग निर्माण की जानकारी मिलने के बाद जाल बिछाकर बलराज कटारी को ड्रग्स ले जाते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। छापेमारी में फैक्ट्री से 14 किलो एमडी ड्रग्स और भारी मात्रा में रसायन जब्त किया गया, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 30 करोड़ रुपये आंकी गई। मामले में मुंबई से सुलेमान शेख को भी गिरफ्तार किया गया, जो पहले से ड्रग तस्करी के मामलों में आरोपी था। वहीं बोरिचा नामक केमिस्ट जो गुजरात से था, उसे भी गिरफ्तार किया गया, जो कटारी के जरिए पुणे और मुंबई में ड्रग्स की आपूर्ति करता था। मुस्तफा की गिरफ्तारी भारत के लिए एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है, क्योंकि वह लंबे समय से देश और विदेश में ड्रग्स नेटवर्क चला रहा था। एनसीबी और मुंबई पुलिस अब उससे पूछताछ कर अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क के अन्य कड़ियों की तलाश में जुट गई है।