
मुंबई। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पूर्व नियोजन, समय सीमा, पारदर्शिता, गुणवत्ता और विभिन्न विभागों के समन्वय के माध्यम से राज्य में बुनियादी ढांचा विकास परियोजनाओं का तेजी से निर्माण कर सभी तंत्रों को मिलकर एक ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था का लक्ष्य प्राप्त करने का आह्वान किया। वे यशवंतराव चव्हाण विकास प्रशासन प्रबोधिनी में शुक्रवार को आयोजित बुनियादी ढांचा विकास परियोजना प्रशिक्षण के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री अजित पवार, ‘मित्रा’ के सीईओ प्रवीणसिंह परदेशी, मुख्य सचिव राजेशकुमार, प्रधान सचिव अश्विनी भिडे सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। फडणवीस ने कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था एक ट्रिलियन डॉलर की ओर अग्रसर है और इस प्रगति को गति देने के लिए सड़क, रेलवे, पुल, भूमिगत मार्ग जैसी परियोजनाओं को समय पर और गुणवत्तापूर्वक पूर्ण करना जरूरी है। उन्होंने भूमि अधिग्रहण समय पर करने, डेवलपर की क्षमता का आकलन करने, अनुबंध में राज्यहित के सभी पहलुओं को शामिल करने और कार्य की गुणवत्ता के लिए नियमित निरीक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि महत्वपूर्ण परियोजनाओं के लिए ‘वार रूम’ व्यवस्था लागू की गई है, जिससे सकारात्मक परिणाम मिले हैं। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि बुनियादी ढांचा परियोजनाएं महाराष्ट्र के आर्थिक और सामाजिक विकास की रीढ़ हैं और ये रोजगार के अवसर भी बढ़ाती हैं। उन्होंने तेज गति से सड़क, पुल, बंदरगाह, ऊर्जा व नदी पुनरुद्धार जैसी परियोजनाओं को पूर्ण करने के लिए सभी विभागों से उच्च क्षमता से काम करने की अपील की। ‘मित्रा’ के सीईओ प्रवीणसिंह परदेशी ने निधि के समय पर उपयोग और परियोजनाओं की गति बनाए रखने पर बल दिया, जबकि मुख्य सचिव राजेश कुमार ने परियोजनाओं में देरी के कारणों के अध्ययन और नवोन्मेषी दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता बताई। प्रधान सचिव अश्विनी भिडे ने कहा कि 1 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के लक्ष्य के लिए तेजी से परियोजना कार्यान्वयन और विचारों के आदान-प्रदान की जरूरत है। दो दिवसीय इस कार्यशाला में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने भाग लिया और बुनियादी ढांचा परियोजना कार्यान्वयन की क्षमता वृद्धि पर चर्चा की।