
तिरुवनंतपुरम। केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शुक्रवार को कहा कि भारत मेट्रो रेल कनेक्टिविटी के मामले में जल्द ही अमेरिका को पीछे छोड़कर दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा नेटवर्क वाला देश बन जाएगा। वह केरल स्थानीय स्वशासन विभाग (LSGD) द्वारा आयोजित दो दिवसीय शहरी सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में बोल रहे थे। खट्टर ने बताया कि फिलहाल 24 शहरों में 1,065 किलोमीटर लंबी मेट्रो सेवाएं चालू हैं। अमेरिका के पास 1,400 किलोमीटर का नेटवर्क है। लेकिन भारत में 955 किलोमीटर लंबी पांच परियोजनाएं पाइपलाइन में हैं, जिससे हम जल्दी ही उसे पीछे छोड़ देंगे। चीन फिलहाल पहले स्थान पर है।
शहरीकरण की रफ्तार और लक्ष्य
मंत्री ने कहा कि भारत में 1960 के दशक में शहरीकरण 20 प्रतिशत था, जो 2027 तक 30 प्रतिशत और 2057 तक 50 प्रतिशत तक पहुंच जाएगा। उन्होंने बताया कि शहरी विकास को बढ़ावा देने के लिए ई-मोबिलिटी पर जोर दिया जा रहा है और 10,000 नई बसों का ऑर्डर दिया गया है।
स्वच्छ भारत और नई पहलें
खट्टर ने बताया कि शहरों की स्वच्छता का नियमित मूल्यांकन किया जा रहा है। लगातार शीर्ष पर रहने वाले शहरों के लिए “सुपर स्वच्छ लीग” बनाई जाएगी, जबकि निचले पायदान पर रहने वालों के लिए अलग श्रेणी होगी।
आवास और डिजिटल सेवाएं
पीएम आवास योजना (PMAY) के दूसरे चरण के तहत तीन करोड़ घर बनाने का लक्ष्य है। खट्टर ने केरल सरकार से इसके कार्यान्वयन के लिए केंद्र के साथ समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर करने का आग्रह किया। साथ ही, नगर निकायों से अपनी संपत्तियों और कर राजस्व से संसाधन जुटाने और नागरिक सेवाओं में डिजिटल तकनीक अपनाने पर जोर दिया।
संयुक्त प्रयास की अपील
खट्टर ने कहा- शहरी सफलता के लिए हमें स्थानीय, राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं में भेदभाव नहीं करना चाहिए। सभी स्तरों को मिलकर काम करना होगा। उन्होंने केरल सरकार को रैपिड ट्रांजिट सिस्टम पर विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार कर केंद्र को भेजने की सलाह भी दी।




