
मुंबई। भारतीय रेलवे, 12 लाख 30 हजार से अधिक कर्मचारियों के साथ, विश्व के सबसे बड़े नियोक्ताओं में से एक है, जिसमें 1 लाख 13 हजार से अधिक महिला कर्मचारी कार्यरत हैं और यह संख्या लगातार बढ़ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रोत्साहन से महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और रेलवे के चुनौतीपूर्ण कार्यों को भी सफलता पूर्वक अपना रही हैं। हाल के वर्षों में लोको पायलट, ट्रेन मैनेजर और रेल सुरक्षा बल में महिलाओं की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। 2014 में रेलवे में महिला कर्मचारियों की संख्या 6.6 प्रतिशत थी, जो 2024 तक बढ़कर 8.2 प्रतिशत हो गई है। वर्तमान में 2,162 महिला लोको पायलट, 794 महिला ट्रेन मैनेजर (गार्ड), 1,699 महिला स्टेशन मास्टर, 12,362 कार्यालय कर्मयोगी, 2,360 महिला सुपरवाइजर, 7,756 महिला ट्रैकमैन, 4,446 महिलाएं टीटी/सीसी के पद पर और 4,430 महिलाएं ‘पॉइंट्स मैन’ के रूप में कार्यरत हैं। महिलाओं की भागीदारी को और बढ़ावा देने के लिए, महाराष्ट्र के माटुंगा रेलवे स्टेशन, न्यू अमरावती स्टेशन, अजनी और राजस्थान के गांधीनगर रेलवे स्टेशन को पूरी तरह महिलाओं द्वारा संचालित किया जा रहा है, जो महिला सशक्तिकरण की दिशा में भारतीय रेलवे द्वारा उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है।