
नागपुर। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को विधान भवन में 51वीं पार्लियामेंट्री स्टडीज़ क्लास का उद्घाटन करते हुए कहा कि भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा तैयार किया गया संविधान नागरिकों की उम्मीदों, आकांक्षाओं और अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए बनाया गया है। उन्होंने बताया कि संविधान ने पार्लियामेंट्री डेमोक्रेसी को मजबूती प्रदान की है और स्टडीज़ क्लास छात्रों को डेमोक्रेसी के प्रोसेस को करीब से देखने और समझने का अवसर देती है। इस अवसर पर लेजिस्लेटिव काउंसिल के चेयरमैन प्रो. राम शिंदे, लेजिस्लेटिव असेंबली के स्पीकर एडवोकेट राहुल नार्वेकर, डिप्टी चीफ मिनिस्टर एकनाथ शिंदे, लेजिस्लेटिव काउंसिल की डिप्टी चेयरमैन डॉ. नीलम गोरहे, लेजिस्लेटिव असेंबली की डिप्टी स्पीकर अन्ना बनसोडे, पार्लियामेंट्री अफेयर्स मंत्री चंद्रकांत पाटिल, कल्चरल अफेयर्स मंत्री और कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री बोर्ड के ट्रेज़रर एडवोकेट आशीष शेलार, लेजिस्लेटिव असेंबली की सेक्रेटरी मेघना तालेकर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि संविधान ने लेजिस्लेचर के कामकाज को सुव्यवस्थित किया है और दोनों सदनों—लेजिस्लेचर असेंबली और लेजिस्लेचर काउंसिल के नियम संविधान के आधार पर तय किए गए हैं। उन्होंने बताया कि लेजिस्लेचर में बनाए गए कानून नागरिकों की अपेक्षाओं को पूरा करते हैं। सदन में होने वाली चर्चा क्वालिटी वाली होती है और कानून राज्य के अंतिम नागरिक पर कैसे असर डालेगा, इसे ध्यान में रखते हुए बनाई जाती है। उन्होंने कहा कि राज्य के खजाने से कोई भी पैसा लेजिस्लेचर की मंजूरी के बिना खर्च नहीं किया जा सकता। डिपार्टमेंट्स अपनी मांगें सदन के सामने रखती हैं, उस पर चर्चा होती है और मंजूरी मिलने के बाद बजट और कानून तैयार होते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कानून राज्य के खजाने की चाबी है और लेजिस्लेचर के काम से ही डेमोक्रेसी की प्रक्रिया जीवित रहती है। स्पीकर प्रो. राम शिंदे ने कहा कि भारत गणराज्य के 75 साल पूरे होने पर यह स्टडी क्लास डेमोक्रेसी से जुड़े लेन-देन, ज्ञान, शिक्षा, कम्युनिकेशन और कंटिन्यूटी को समझने का अवसर देती है। असेंबली स्पीकर एडवोकेट राहुल नार्वेकर ने बताया कि कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री बोर्ड की यह स्टडी क्लास पार्लियामेंट्री डेमोक्रेसी को मज़बूत करने का सबसे पुराना और महत्वपूर्ण प्रयास है और यह जनता तक लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की जानकारी पहुंचाने में मदद करती है। डिप्टी चीफ मिनिस्टर एकनाथ शिंदे ने कहा कि भारतीय डेमोक्रेसी देश की असली ताकत है, जिसमें अलग-अलग जाति और धर्म के नागरिक एक साथ रहते हैं। संविधान द्वारा स्थापित पार्लियामेंट्री डेमोक्रेसी देश की नीतियों को दिशा देती है और नागरिकों को उनके डेमोक्रेटिक कर्तव्यों के बारे में जागरूक करती है। स्टडीज़ क्लास के जरिए छात्र, सार्वजनिक प्रतिनिधि और अधिकारी सीधे इन प्रक्रियाओं का अनुभव कर सकते हैं। कार्यक्रम का संचालन कल्चरल अफेयर्स मंत्री और कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री बोर्ड के ट्रेज़रर एडवोकेट आशीष शेलार ने किया, जबकि डिप्टी स्पीकर डॉ. नीलम गोरहे ने धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया। इस स्टडी ग्रुप में राज्य भर की 12 यूनिवर्सिटीज़ के पॉलिटिकल साइंस कोर्स के छात्र शामिल हुए।




