
पुणे। पुणे के पास सनसवाडी स्थित शिरूर औद्योगिक क्षेत्र में आज मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जॉन डिअर इंटेलिजेंट सॉल्युशन्स की नई परियोजना का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जॉन डिअर जैसी वैश्विक कंपनी को ‘मेक इन महाराष्ट्र’ अभियान को आगे बढ़ाते हुए उन्नत तकनीक आधारित स्मार्ट मशीनों का निर्माण राज्य में करना चाहिए और उन्हें वैश्विक बाजार में निर्यात करना चाहिए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र को कृषि तकनीक और नवाचार का वैश्विक केंद्र बनाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण पहल है। कार्यक्रम में जिलाधिकारी जितेंद्र डुडी, पीएमआरडीए आयुक्त दीपक सिंगला, पुलिस अधीक्षक संदीप गिल, कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी राजेश सिन्हा, मुकुल वासने, देवेंद्र बहीरट सहित अन्य गणमान्य अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण कृषि क्षेत्र में चुनौतियां बढ़ी हैं और ऐसे समय में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) जैसी अत्याधुनिक तकनीकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। जॉन डिअर जैसी कंपनियां किसानों को स्मार्ट समाधान देकर खेती की प्रक्रिया में गुणवत्ता और उत्पादकता दोनों को बढ़ा रही हैं। मुख्यमंत्री ने हाल ही में पुणे में आयोजित कृषि हैकाथॉन का उल्लेख करते हुए कहा कि उसमें सामने आए नवाचारी विचारों को वास्तविक उत्पादों में बदलने की क्षमता जॉन डिअर के पास है। उन्होंने कंपनी से आग्रह किया कि वह किसानों के लिए बीज बोने से लेकर फसल कटाई के बाद तक की सभी प्रक्रियाओं को कवर करने वाली तकनीक को और अधिक सशक्त बनाए। उन्होंने यह भी बताया कि जॉन डिअर की सफलता में महिलाओं की भूमिका अहम है, क्योंकि कंपनी में 70 प्रतिशत महिलाएं कार्यरत हैं।
फडणवीस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’, ‘डिज़ाइन इन इंडिया’ और ‘मेक फॉर द वर्ल्ड’ अभियानों का हवाला देते हुए बताया कि जॉन डिअर ने इन तीनों को आत्मसात कर लिया है। कंपनी आज महाराष्ट्र से 9 देशों में निर्यात कर रही है और इसका 80 प्रतिशत राजस्व निर्यात से आता है। उन्होंने कहा कि डिज़ाइनिंग और प्रमाणिकरण जैसे कार्य भारत में ही किए जा रहे हैं, जिससे यह वास्तव में महाराष्ट्र आधारित भारतीय कंपनी बन गई है। उन्होंने कृषि क्षेत्र में तकनीकी नवाचार, ऑटोमेशन और एआई की अनिवार्यता को रेखांकित किया और कहा कि यह पारंपरिक खेती के तरीकों में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा। कार्यक्रम के प्रस्ताविक भाषण में राजेश सिन्हा ने बताया कि जॉन डिअर की यह राज्य में पाँचवीं बड़ी निवेश परियोजना है। महाराष्ट्र में अनुकूल औद्योगिक माहौल के कारण कंपनी ने यहां उत्पादन को प्राथमिकता दी है। उन्होंने बताया कि जॉन डिअर ने पिछले सात वर्षों में भारत में कृषि और सड़क निर्माण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और पुणे में पूरी तरह भारत में निर्मित उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं। सिन्हा ने यह भी कहा कि एआई आधारित तकनीक से किसानों को बेहतर उत्पादन में मदद मिलेगी। इससे पहले मुख्यमंत्री फडणवीस ने जॉन डिअर की नई परियोजना का दौरा कर उसका निरीक्षण किया और तकनीकी पहलुओं की जानकारी प्राप्त की। अपने संबोधन में उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार कंपनी के विस्तार में हरसंभव सहयोग करेगी और कृषि तकनीक को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक नीति समर्थन भी प्रदान किया जाएगा।