
पुणे। कोंढवा इलाके के खादी मशीन चौक पर शनिवार दोपहर हुई गोलीबारी में गणेश काले नामक युवक की हत्या कर दी गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अपराधियों ने गणेश काले पर लगातार छह गोलियां दागीं और इसके बाद उस पर चाकू से भी हमला किया। इस वारदात से पूरे क्षेत्र में दहशत और असुरक्षा का माहौल फैल गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, मृतक गणेश काले अंडेकर गिरोह के सदस्य दत्ता काले का भाई था। दत्ता काले आयुष कोमकर हत्याकांड में आरोपी था और उसे पुलिस ने पूर्व में गिरफ्तार किया था। इस पृष्ठभूमि में पुलिस यह संभावना तलाश रही है कि यह हमला किसी गैंगवार का परिणाम हो सकता है। घटना के तुरंत बाद पुलिस उपायुक्त राजकुमार शिंदे और कोंढवा पुलिस स्टेशन की टीम घटनास्थल पर पहुंची। उन्होंने बताया कि “गणेश काले को दोपहिया वाहन पर आए चार अज्ञात हमलावरों ने गोली मारी। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सूत्रों के अनुसार, गणेश काले खादी मशीन चौक से येवालेवाड़ी की ओर जा रहा था, जब भारत पेट्रोल पंप के सामने दोपहिया वाहन पर सवार हमलावरों ने उसे निशाना बनाया। हमले के बाद आरोपी फरार हो गए। पुलिस ने घटनास्थल से एक दोपहिया वाहन जब्त किया है और सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी गई है। डीसीपी शिंदे ने बताया कि मृतक गणेश काले पेशे से रिक्शा चालक था और येवालेवाड़ी क्षेत्र में रहता था। उन्होंने कहा, “घटना का पंचनामा पूरा कर लिया गया है और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। घटना के कारणों की जांच जारी है, तथा यह पता लगाया जा रहा है कि क्या यह गैंगवार से जुड़ी है। गौरतलब है कि कुछ महीने पहले ही वनराज अंडेकर की दिनदहाड़े हत्या हुई थी। उस मामले के मास्टरमाइंड सोमनाथ गायकवाड़ और समीर काले की गतिविधियों पर पुलिस पहले से नजर रख रही थी। अब गणेश काले की हत्या के बाद शहर में आपराधिक गिरोहों के बीच संघर्ष की आशंका एक बार फिर गहरा गई है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों की तलाश में दस विशेष टीमें गठित की गई हैं। कोंढवा और आसपास के इलाकों में नाकाबंदी बढ़ा दी गई है और संदिग्ध वाहनों की जांच जारी है।




