
मुंबई। IIT बॉम्बे के छात्र दर्शन सोलंकी की आत्महत्या के मामले में आरोपी छात्र अरमान खत्री ने अब विशेष एससी-एसटी अदालत में आरोपमुक्ति की याचिका दाखिल की है। इससे पहले उन्होंने बॉम्बे हाईकोर्ट में मामला रद्द करने की याचिका दायर की थी, जिसे बाद में यह कहते हुए वापस ले लिया गया कि मामला पहले ही मुकदमे के चरण में पहुंच चुका है। खत्री पर आरोप है कि 12 फरवरी 2023 को हॉस्टल की सातवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या करने वाले केमिकल इंजीनियरिंग के छात्र दर्शन सोलंकी को आत्महत्या के लिए उकसाया गया था। घटना से कुछ दिन पहले दोनों के बीच कथित तौर पर सांप्रदायिक टिप्पणी को लेकर विवाद हुआ था, जिसके बाद खत्री ने सोलंकी को पेपर कटर से धमकाया था, ऐसा अन्य छात्रों ने पुलिस को बताया। खत्री का दावा है कि दोनों के बीच मामला सुलझ गया था और जिस सुसाइड नोट में ‘अरमान ने मुझे मार डाला’ लिखा है, वह मुकदमे का वैध आधार नहीं हो सकता, क्योंकि वह नोट घटना के 20 दिन बाद कमरे से बरामद हुआ और उसे सील भी नहीं किया गया था। खत्री ने इसे दुर्भावनापूर्ण रूप से जोड़े जाने का आरोप लगाया है। अब उन्होंने विशेष एससी-एसटी कोर्ट से आरोपमुक्ति की अपील की है, जिस पर कोर्ट ने अभियोजन पक्ष से जवाब तलब किया है। मामला फिलहाल सुनवाई के दौर में है।