
डॉ. अंशुमान अग्निहोत्री
उन्नाव, उत्तर प्रदेश। लखनऊ रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) तरुण गाबा ने गुरुवार को उन्नाव जनपद का दौरा किया और पुलिस लाइन, रिक्रूट ट्रेनिंग सेंटर (RTC) तथा फायर ट्रेनिंग सेंटर का निरीक्षण किया। पुलिस लाइन स्थित RTC में IG ने नए रंगरूट सिपाहियों की प्रशिक्षण व्यवस्था की समीक्षा की और उनके अनुशासन, शारीरिक अभ्यास, अध्ययन, आवास, भोजन तथा स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं का जायजा लिया। IG गाबा ने कहा कि प्रशिक्षु पुलिसकर्मी ही भविष्य की कानून व्यवस्था की रीढ़ हैं, अतः इनका प्रशिक्षण व्यवहारिक ज्ञान और तकनीकी दक्षता आधारित होना चाहिए। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रशिक्षण में साइबर अपराध की समझ और मानवाधिकारों से जुड़े विषयों को भी शामिल किया जाए ताकि एक संवेदनशील, जागरूक और आधुनिक पुलिस बल तैयार किया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने दोस्ती नगर स्थित फायर ट्रेनिंग सेंटर का दौरा किया और अग्निशमन दल के प्रशिक्षण का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि बदलते समय के साथ फायर डिपार्टमेंट की जिम्मेदारियां भी बढ़ गई हैं, इसलिए आगजनी एवं रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए अत्याधुनिक उपकरणों के संचालन में दक्षता आवश्यक है। निरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर, अपर पुलिस अधीक्षक अखिलेश सिंह, क्षेत्राधिकारी प्रेम चंद्र, सीओ सिटी सोनम सिंह और सीओ प्रदीप मौर्य सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। अधिकारियों ने आईजी को प्रशिक्षण केंद्रों की विस्तृत जानकारी दी। प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए आईजी गाबा ने सेवा, समर्पण, सतर्कता और अनुशासन को पुलिस सेवा की आत्मा बताया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है कि पुलिसकर्मियों को गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण और समुचित सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। भविष्य में पुलिस व्यवस्था को और अधिक प्रोफेशनल, संवेदनशील और जनहितकारी बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।