
मुंबई। साहित्यिक, सामाजिक, आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक राष्ट्रीय संस्था हृदयांगन के तत्वावधान में फागुन मास और होली के शुभ अवसर पर रंग-बिरंगी कविताओं से सजी ऑनलाइन कवि गोष्ठी का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्षा विद्युत प्रभा चतुर्वेदी ने की, जबकि संयोजन हृदयांगन के संस्थापक विधु भूषण विद्या वाचस्पति ने किया। गोष्ठी में मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए आचार्य श्री कृष्ण द्विवेदी, वरिष्ठ साहित्यकार रामेश्वर प्रसाद प्रलयंकर और राघवेंद्र शुक्ला उपस्थित रहे। आमंत्रित साहित्यकारों में कवयित्री रंजन पांडेय, कवयित्री इंदिरा गुप्ता यथार्थ, कवयित्री अंशु जैन, कवयित्री वर्षा खन्ना, वरिष्ठ साहित्यकार नीरज कांत सोती और कवि एवं पत्रकार विनय शर्मा दीप मुख्य रूप से शामिल हुए। कार्यक्रम में प्रस्तुत कविताओं ने होली के रंग, उमंग और भक्तिमय माहौल को जीवंत कर दिया। साहित्यकारों ने राधे-कृष्ण, सीता-राम के भावपूर्ण चित्रण के साथ समसामयिक विषयों पर हास्य-व्यंग्य की फुलझड़ियां छोड़ीं, जिससे श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। अंत में हृदयांगन के संस्थापक विधु भूषण विद्या वाचस्पति ने सभी साहित्यकारों का आभार व्यक्त किया और कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। राष्ट्रीय मीडिया सचिव विनय शर्मा दीप ने इस आयोजन की जानकारी साझा की।