
पटना। बिहार के राजगीर में आयोजित हॉकी एशिया कप 2025 के फाइनल मुकाबले में भारत ने रविवार को पांच बार की विजेता दक्षिण कोरिया को 4-1 से हराकर खिताब अपने नाम किया। रमनप्रीत सिंह की कप्तानी में भारतीय हॉकी टीम ने मौजूदा चैंपियन को पराजित कर आठ साल बाद एशिया कप की चैंपियनशिप जीती और अगले साल बेल्जियम और नीदरलैंड की संयुक्त मेजबानी में होने वाले हॉकी विश्व कप के लिए भी क्वालिफाई कर लिया। यह भारत की टूर्नामेंट में चौथी खिताबी जीत है। इससे पहले भारत ने 2003, 2007 और 2017 में भी खिताब जीता था। खास बात यह है कि 2007 और 2025 दोनों बार भारत ने कोरिया को ही फाइनल में हराया। भारत 1982, 1985, 1989, 1994 और 2013 में उपविजेता रहा है। फाइनल मुकाबले की शुरुआत से ही भारतीय खिलाड़ियों ने आक्रामक खेल दिखाया। पहले ही मिनट में सुखजीत सिंह ने गोल दागकर भारत को बढ़त दिला दी। आठवें मिनट में जुगराज सिंह पेनाल्टी स्ट्रोक का लाभ उठाने से चूक गए, लेकिन पहला क्वार्टर भारत ने 1-0 से अपने नाम किया। दूसरे क्वार्टर में भी दबदबा बनाए रखते हुए दिलप्रीत सिंह ने 27वें मिनट में गोल कर बढ़त को 2-0 कर दिया। हाफ-टाइम तक स्कोर 2-0 रहा। तीसरे क्वार्टर में कोरिया ने वापसी की कोशिश की और पेनाल्टी कॉर्नर भी हासिल किए, लेकिन भारतीय डिफेंस ने उन्हें रोक दिया। 44वें मिनट में दिलप्रीत सिंह ने अपना दूसरा और भारत का तीसरा गोल दागा। अंतिम क्वार्टर में 49वें मिनट में अमित रोहिदास ने फील्ड गोल किया, जबकि कोरिया के डैन सन ने एक मिनट बाद गोल कर स्कोर 4-1 किया, लेकिन इसके बाद भारतीय टीम ने मैच पर पूरी तरह नियंत्रण बनाए रखा। इस ऐतिहासिक जीत के साथ भारत ने एक बार फिर साबित किया कि वह हॉकी में एशिया की सबसे मजबूत टीम है।