
गुवाहाटी। असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस और उसके नेताओं पर तीखा हमला बोलते हुए मीडिया के एक वर्ग पर भी पक्षपातपूर्ण और चुनिंदा रिपोर्टिंग का आरोप लगाया। गुवाहाटी के बशिष्ठ स्थित भाजपा मुख्यालय में एक कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत में सरमा ने कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई का नाम लिए बिना कहा कि उन्हें हीरो बनाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि अगर उनके परिवार का कोई सदस्य गोगोई जैसी हरकत करता, तो क्या मीडिया उसे इतनी आसानी से जाने देता। एसआईटी रिपोर्ट और गोगोई परिवार पर लगे विदेशी संबंधों के आरोपों के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा कि रिपोर्ट पर कैबिनेट चर्चा के बाद इसे सार्वजनिक किया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि “96 पन्नों की रिपोर्ट यूं ही नहीं होती, इसमें गंभीर तथ्य हैं और इसमें सांसद की पत्नी की भूमिका स्पष्ट है।” सरमा ने कांग्रेस को नसीहत दी कि वह एसआईटी को यह न सिखाए कि जांच कैसे करनी है। कांग्रेस पर हमले को और धार देते हुए सरमा ने कहा कि 70 प्रतिशत कांग्रेसी संदिग्ध नागरिक हैं। अगर मेरे कार्यकाल में एनआरसी होता, तो मैं सबको उनकी जगह दिखा देता। हाल ही में हुई कांग्रेस की बैठक में भी ज्यादातर लोग संदिग्ध थे। उन्होंने व्यक्तिगत कटाक्ष करते हुए कहा- मैं पतला दूध पीकर पैदा नहीं हुआ, बल्कि अपनी मां का असली दूध पीकर पैदा हुआ हूं, और इस बहाने खुद और कांग्रेस नेताओं की पृष्ठभूमि में अंतर दिखाने की कोशिश की। राहुल गांधी पर अपने पहले के “बॉडी डबल” वाले बयान पर भी सरमा कायम रहे। उन्होंने कहा कि उन्होंने पहले ही इस दावे को साबित कर दिया था और मीडिया ने खुद ही इसे दबा दिया। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां को लेकर कांग्रेस की कथित टिप्पणियों की उन्होंने कड़ी निंदा की और उन्हें “बेहद अनुचित और निंदनीय” बताया। बीटीसी (बोडोलैंड प्रादेशिक परिषद) चुनावों में कांग्रेस की राजनीतिक प्रासंगिकता पर सवाल उठाते हुए सरमा ने कहा कि कांग्रेस हर चुनाव में फ्लॉप रही है और अब उसका स्तर वीपीआई जैसी छोटी पार्टियों के बराबर हो गया है। उन्होंने भाजपा के जनाधार खोने के दावों को खारिज करते हुए कहा कि बिहू के दौरान 10,000 नर्तकियों का भव्य प्रदर्शन कराकर भाजपा अपनी ताकत दिखाएगी, जबकि कांग्रेस के कार्यक्रम “नकली समारोह” साबित होंगे।




