
मुंबई। राजकीय रेलवे पुलिस (दादर संभाग) की अपराध शाखा इकाई-1 ने रेल यात्रियों को निशाना बनाने वाले एक आदतन मोबाइल चोर को गिरफ्तार कर एक बड़े चोरी गिरोह का पर्दाफाश किया है। रत्नागिरी जिले के गुहागर निवासी साईं सुनील पवार उर्फ शुभम (31) को एक सुनियोजित अभियान के तहत दादर रेलवे स्टेशन से पकड़ा गया। 1 जून 2025 को दादर जीआरपी स्टेशन में एक यात्री ने शिकायत दर्ज कराई थी कि मंडोवी एक्सप्रेस में यात्रा के दौरान एक अज्ञात सह-यात्री ने उससे दोस्ती की और जरूरी कॉल का बहाना बनाकर उसका मोबाइल फोन उधार लिया। जैसे ही ट्रेन दादर स्टेशन पर पहुंची, संदिग्ध चलती ट्रेन से कूदकर मोबाइल लेकर फरार हो गया। शिकायत दर्ज होने के बाद क्राइम ब्रांच ने सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया और संदिग्ध की पहचान पवार के रूप में की, जो पहले से ही एक जाना-माना अपराधी है। लगभग दो महीने तक उसकी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी गई और 22 अगस्त को दादर रेलवे स्टेशन पर जाल बिछाकर उसे पकड़ लिया गया। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने छह चोरी के स्मार्टफोन बरामद किए, जिनकी कुल कीमत 86,997 रुपये है। इनमें से तीन फोन दादर जीआरपी में दर्ज चोरी के मामलों (एक 2025 और दो 2024 के) से सीधे जुड़े हैं, जबकि बाकी तीन अन्य ट्रेनों में यात्रियों से चुराए गए होने की आशंका है। पवार ने पूछताछ के दौरान मंडोवी एक्सप्रेस और मुंबई के उपनगरीय एवं लंबी दूरी के रेल मार्गों पर कई चोरी की वारदातों को अंजाम देने की बात स्वीकार की। इस अभियान का नेतृत्व अपराध शाखा के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विजय खेड़कर और पुलिस निरीक्षक रोहित सावंत ने आयुक्त कलासागर के मार्गदर्शन में किया। रेलवे साइबर सेल भी इस मामले में सहयोग कर रही है ताकि चोरी के उपकरण उनके असली मालिकों को लौटाए जा सकें। अधिकारियों ने यात्रियों से सतर्क रहने और ट्रेन में यात्रा करते समय संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत सूचना देने की अपील की है। पुलिस ने कहा है कि इस तरह की कार्रवाइयाँ रेल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जारी रहेंगी।