
मुंबई/गांधीनगर। गुजरात और महाराष्ट्र के राज्यपाल श्री आचार्य देवव्रत ने दीपावली के पावन पर्व पर नागरिकों और देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि दीपावली का त्योहार अंधकार पर प्रकाश, अन्याय पर न्याय और नकारात्मकता पर सकारात्मकता की विजय का प्रतीक है। राज्यपालश्री ने संदेश में कहा कि दीपावली हमें यह प्रेरणा देती है कि जब हम अपने अंतःकरण में सत्य, सदाचार और आत्मबल का दीप प्रज्वलित करते हैं, तब हमारे जीवन में आशा, समृद्धि और शांति का प्रकाश फैलता है। इस अवसर पर उन्होंने नागरिकों से स्वदेशी अपनाने का संकल्प लेने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जब हम अपने देश में निर्मित वस्तुओं का उपयोग करते हैं, तो हम न केवल अपने कारीगरों, किसानों और उद्यमियों को सशक्त बनाते हैं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के संकल्प को भी साकार करते हैं। राज्यपालश्री आचार्य देवव्रत ने कहा कि भारतीय संस्कृति सदा से ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ अर्थात सम्पूर्ण मानवता एक परिवार है, इस आदर्श पर आधारित रही है। उन्होंने लोगों से पर्यावरण संरक्षण, प्राकृतिक संसाधनों के सम्मान और प्राकृतिक खेती जैसे टिकाऊ जीवन मूल्यों को अपनाने की अपील की, जिससे एक उज्ज्वल, समृद्ध और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सबकी भागीदारी सुनिश्चित हो सके। अंत में राज्यपाल ने यह कामना की कि यह दीपावली सभी के जीवन में सुख, शांति, स्वास्थ्य और समृद्धि का प्रकाश फैलाए। उन्होंने आशा व्यक्त की कि *भारत माता सभी पर अपनी कृपा बरसाए और देश निरंतर विकास के मार्ग पर अग्रसर रहे।