
मुंबई। बीजेपी विधायक गोपीचंद पडळकर के पूर्व मंत्री और एनसीपी (एसपी) नेता जयंत पाटिल के दिवंगत पिता राजाराम बापू पाटिल पर दिए गए बयान ने महाराष्ट्र की राजनीति में विवाद खड़ा कर दिया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा- गोपीचंद पाडालकर का बयान मेरे हिसाब से ठीक नहीं है। किसी के माता-पिता या परिवार के बारे में गलत बात करना सही नहीं है। मैंने उनसे बात की है और उन्हें सलाह दी है। शरद पवार ने भी इस पर अपनी नाराजगी जताने के लिए मुझे फोन किया था और मैंने उन्हें साफ कर दिया कि हम इस तरह के बयानों का समर्थन नहीं करते। फडणवीस ने आगे कहा कि पाडालकर का आक्रामक अंदाज़ अक्सर विवाद को जन्म देता है। गोपीचंद पडळकर एक युवा और आक्रामक नेता हैं। कई बार आक्रामकता दिखाते समय उन्हें यह नहीं पता चलता कि उनके शब्दों का क्या अर्थ निकलेगा। मैंने उन्हें सावधान रहने की सलाह दी है। उन्हें यह याद रखना चाहिए कि भविष्य में उनके पास एक बड़ा अवसर है और बोलते समय उन्हें समझना चाहिए कि लोग इसका क्या मतलब निकालेंगे। इस बीच, गोपीचंद पडळकर ने अपने बयान को वापस लेने से साफ इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि उनका बयान गलत नहीं था। साथ ही उन्होंने सवाल उठाया कि जब सीएम फडणवीस की मां के बारे में बयान दिया गया था, तब क्या शरद पवार ने उन्हें फोन किया था? जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां के बारे में एक फर्जी एआई वीडियो वायरल हुआ था, तब क्या पवार ने मोदी को फोन किया था? हालांकि, पडळकर ने माना कि मुख्यमंत्री फडणवीस ने उन्हें फोन कर सुझाव दिए थे। इस पर उन्होंने नरम रुख अपनाते हुए कहा- मैं उन सुझावों का पालन करूँगा।