
मुंबई। मुंबई के एयर कार्गो कॉम्प्लेक्स में राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने सोने की तस्करी में शामिल एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह गिरोह अब तक 200 किलोग्राम से अधिक सोने की तस्करी कर चुका है। बुधवार को डीआरआई अधिकारियों ने बैंकॉक से मुंबई पहुंचे एक निजी कंपनी के आयात खेप को रोक लिया। खेप में 4 डीजे लाइट्स थीं, लेकिन जांच के दौरान प्रत्येक लाइट के भीतर छिपा हुआ 11,988.94 ग्राम सोना बरामद हुआ, जिसकी बाजार कीमत लगभग 9.69 करोड़ रुपये आंकी गई है। शुक्रवार को डीआरआई ने मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया जिसमें बीआर शेट्टी (50), नालासोपारा निवासी, और केपी राय (53), अंधेरी निवासी।
शेट्टी ने पूछताछ के दौरान स्वीकार किया कि डीजे लाइट्स का इस्तेमाल सोने की तस्करी के लिए किया जा रहा था। लाइट्स को एयर कार्गो कॉम्प्लेक्स से मंजूरी के बाद गोदाम में संग्रहीत किया जाता था, जहां से अज्ञात व्यक्तियों द्वारा सोना निकाला जाता था। केपी राय ने स्वीकार किया कि वह शेट्टी की गतिविधियों में शामिल था। राय शेट्टी के बैंक खाते से आयात के भुगतान करता था और थाईलैंड से लाइट्स मंगाने के लिए जाली दस्तावेज तैयार करने में मदद करता था। डीआरआई अब तस्करी के सोने के स्रोत, वितरण प्रक्रिया, और हवाला चैनलों के जरिए किए गए वित्तीय लेन-देन की जांच कर रही है। साथ ही, गिरोह के अन्य सदस्यों और अंतरराष्ट्रीय संपर्कों का भी पता लगाया जा रहा है। अधिकारियों ने कहा कि और भी सबूत जुटाए जा रहे हैं और उनका गहराई से विश्लेषण किया जाएगा। इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि भारत में सोने की तस्करी के लिए कितनी संगठित योजनाओं का सहारा लिया जा रहा है। डीआरआई अब इस गिरोह के प्रमुख सदस्यों को पकड़ने और उनके नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए सभी संभव कदम उठा रही है।