मुंबई। मराठी भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा मिलने के बाद अब मराठी का गौरव और भी बढ़ेगा। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस अवसर पर जोर देते हुए कहा कि मराठी भाषा के संरक्षण और विकास के लिए मुंबई में बनाया जा रहा “मराठी भाषा भवन” उच्च गुणवत्ता का और सर्वश्रेष्ठ होना चाहिए।
भूमिपूजन और विकास कार्यों का उद्घाटन
चर्नी रोड स्थित जवाहर बाल भवन परिसर में बनने वाले मराठी भाषा भवन की भूमि पूजा का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बृहन्मुंबई नगर निगम और जिला वार्षिक योजना द्वारा किए जा रहे विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन किया। इस मौके पर महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष एड. राहुल नार्वेकर, मराठी भाषा मंत्री दीपक केसरकर, कौशल और नवाचार मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा, और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि मराठी भाषा हजारों साल पुरानी है और इसे शास्त्रीय भाषा का दर्जा मिलने में कई लोगों का योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि संतों और ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त लेखकों ने मराठी को समृद्ध किया है, और यह भाषा भवन मराठी भाषा के शोध और प्रसार के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने मराठी भाषा भवन के लिए सुझावों का सम्मान करने का भी आश्वासन दिया।
मराठी भाषा का गौरव
शिंदे ने मराठी भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा मिलने को एक बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि सरकार ने मराठी भाषा के विकास के लिए कई योजनाएं बनाई हैं। उन्होंने राज्य में चल रही विकास परियोजनाओं जैसे कोस्टल रोड, मेट्रो, और समृद्धि हाईवे का जिक्र करते हुए कहा कि इनसे राज्य की विकास गति को और अधिक तेज किया जा रहा है। मराठी भाषा मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि सरकार मराठी के संरक्षण और विकास के लिए लगातार काम कर रही है, और हर जिले में पुस्तक गांव और सतारा में विश्वकोश बोर्ड की नई इमारत जैसी परियोजनाओं को लागू किया जाएगा।