मुंबई। ‘एनसीसी’ में भागीदारी से लड़कियों का आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता बढ़ती है। यह विचार राज्यपाल और महाराष्ट्र के कुलाधिपति सीपी राधाकृष्णन ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि लड़कियों को एनसीसी में बड़ी संख्या में भाग लेना चाहिए, क्योंकि यह उनके भीतर अनुशासन, नेतृत्व के गुण, और देशभक्ति की भावना विकसित करता है। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं की अर्थव्यवस्था में बढ़ती भागीदारी विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक होगी। राज्यपाल शनिवार को महाराष्ट्र एनसीसी निदेशालय और एचएसएनसी विश्वविद्यालय के संयुक्त आयोजन में ‘एनसीसी के माध्यम से बालिकाओं का सशक्तिकरण’ विषय पर आयोजित सेमिनार के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे। कार्यक्रम मुंबई के एचएसएनसी विश्वविद्यालय के हॉल में आयोजित किया गया। राज्यपाल ने युवाओं को अनुशासन और योग-ध्यान को अपने जीवन में अपनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा, यदि युवा प्रतिदिन 15 मिनट ध्यान और योग करेंगे, तो उनकी एकाग्रता शक्ति बढ़ेगी।” उन्होंने युवाओं को मोबाइल के उपयोग पर नियंत्रण रखने और समय का सदुपयोग करने का सुझाव दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एनसीसी के विस्तार के आह्वान का उल्लेख करते हुए राज्यपाल ने कहा कि अधिक से अधिक युवाओं को एनसीसी में शामिल होना चाहिए। एनसीसी उनके अंदर अनुशासन, देशभक्ति और नेतृत्व की भावना पैदा करती है, जो उनकी व्यक्तिगत और सामाजिक सफलता के लिए आवश्यक है। सेमिनार में एनसीसी के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीर पाल सिंह, एचएसएनसी विश्वविद्यालय के प्रोवोस्ट डॉ. निरंजन हीरानंदानी, सर्जन वाइस एडमिरल आरती सरीन, सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज की महानिदेशक दीप्ति चावला, रक्षा मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव, एचएसएनसी विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. हेमलता बागला, एनसीसी महाराष्ट्र के अतिरिक्त महानिदेशक मेजर जनरल योगेन्द्र सिंह सहित कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी और एनसीसी कैडेट उपस्थित थे।