
मुंबई। महाराष्ट्र में मनाए जाने वाले गणेशोत्सव को 2025 से राजकीय उत्सव का दर्जा प्रदान किया गया है। इस अवसर पर आयोजित ‘महाराष्ट्र राज्य उत्कृष्ट सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल प्रतियोगिता’ का इस वर्ष से तालुका स्तर तक विस्तार किया गया है। अब जिला और राज्य स्तर के साथ-साथ तालुका स्तर पर भी पुरस्कार दिए जाएंगे। पूरे महाराष्ट्र से 404 मंडलों ने प्रतियोगिता के लिए पंजीकरण कराया है और विभिन्न तालुकाओं में मूल्यांकन कार्य जारी है। राज्य उत्सव की एक प्रमुख विशेषता के रूप में घरेलू और सार्वजनिक गणपति बप्पा की तस्वीरें अपलोड करने के लिए एक अलग पोर्टल उपलब्ध कराया गया है। इस पोर्टल ने भक्तों और मंडलों के बीच विशेष आकर्षण पैदा किया है। अब तक 200 से अधिक लोगों और 70 से अधिक सार्वजनिक मंडलों ने अपनी गणेश प्रतिमाओं की तस्वीरें पोर्टल पर अपलोड की हैं, जिससे भक्त घर बैठे विभिन्न गणेश प्रतिमाओं के दर्शन कर पा रहे हैं। इसके अतिरिक्त, एक अन्य पोर्टल के माध्यम से दुनिया भर के गणेश भक्तों को महाराष्ट्र के प्रसिद्ध गणपति मंदिरों और सार्वजनिक मंडलों के सीधे दर्शन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। मुख्य रूप से मुंबई के लालबागचा राजा, मुंबईचा राजा, खेतवाड़ीचा गणराज, पुणे के दगडूशेठ हलवाई गणपति, श्री सिद्धिविनायक मंदिर, अष्टविनायक और टिटवाला गणेश के दर्शन अब एक ही क्लिक पर सुलभ हैं। राज्य के सांस्कृतिक कार्य मंत्री एडवोकेट शेलार ने इस पहल को मिल रही भारी प्रतिक्रिया के लिए श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त किया और नागरिकों से अपील की कि वे अपनी गणेश प्रतिमाओं की तस्वीरें पोर्टल ganeshotsav.pldmak.co.in पर अपलोड कर इस राज्य उत्सव का हिस्सा बनें।