गोंडा। चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन हादसे में चार यात्रियों की मौत हो गई है और 31 यात्री घायल हुए हैं। सभी यात्रियों को घटनास्थल से बस द्वारा मनकापुर पहुंचाया गया है। घटनास्थल पर रेस्टोरेशन का कार्य शुरू कर दिया गया है। मनकापुर से विशेष ट्रेन के माध्यम से सभी यात्रियों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाया जाएगा। एलएचबी कोच होने की वजह से कैजुअल्टी कम हुई, क्योंकि ट्रेन के कोच एक-दूसरे पर चढ़ने के बजाय पलट गए। रेलवे सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गोंडा हादसे की जांच कई एंगल से की जाएगी। डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन के लोको पायलट ने धमाके की आवाज सुनी थी। रेलवे ने सीआरएस जांच का आदेश दिया है। डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस चंडीगढ़ से असम के डिब्रूगढ़ जा रही थी। हादसा अयोध्या के पास मनकापुर स्टेशन से महज चंद किलोमीटर की दूरी पर हुआ। पंजाब से असम जा रही ट्रेन में धमाके के बाद बेपटरी होने पर सवाल उठ रहे हैं। हादसा गोंडा-झिलाही के बीच पिकौरा के पास हुआ। एसी के चार कोच हादसे का शिकार बताए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद गोंडा में हुए ट्रेन हादसे का संज्ञान लिया है और अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। हादसा दोपहर ढाई बजे के आसपास हुआ। पटरियों से कुछ दूरी पर लोगों की अटैचियां और सामान बिखरे पड़े थे। बोगियों से बचकर बाहर निकले कुछ लोग बदहवास से पटरियों के पास ही बैठे दिखे, तो कई लोग अपनों को ढूंढ़ते नजर आए। बचे हुए लोगों को बस एक ही फिक्र थी कि उनके अपने सुरक्षित हैं या नहीं। चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जा रही डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन की आठ बोगियों के गुरुवार को पटरी से उतर जाने की घटना के बाद मौके पर ऐसा ही दृश्य था। पूर्वोत्तर रेलवे के गोंडा-गोरखपुर रेल खंड पर मोतीगंज तथा झिलाही रेलवे स्टेशनों के बीच गुरुवार की दोपहर चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ साप्ताहिक एक्सप्रेस ट्रेन के आठ डिब्बे पटरी से उतर गए। जिलाधिकारी डॉ. नेहा शर्मा ने इस घटना में चार लोगों की मौत की पुष्टि की है। हादसे में 31 अन्य यात्री जख्मी हुए हैं।