
गोंदिया। बाढ़ के संभावित खतरों से निपटने की तैयारियों के तहत गोंदिया तालुका के कोर्निघाट स्थित बाघ नदी पर बाढ़ प्रबंधन मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। यह अभ्यास जिला कलेक्टर प्रजीत नायर की निगरानी में किया गया, जिसका उद्देश्य खोज और बचाव दलों की तैयारियों को परखना और आपात स्थितियों में त्वरित कार्रवाई के कौशल को सुदृढ़ करना था। मॉक ड्रिल में विभिन्न उपकरणों का उपयोग करते हुए बचाव दल ने प्राकृतिक आपदा जैसी स्थिति का रियल टाइम अभ्यास किया। यह अभ्यास गोंदिया जिले के पूर्वी हिस्से से होकर बहने वाली बाघ नदी पर किया गया, जो आगे चलकर वैनगंगा नदी से मिलती है। यह क्षेत्र सिंचाई और जल वितरण के लिहाज से सिरपुर बांध के कारण महत्वपूर्ण माना जाता है। यह ड्रिल ऐसे समय में की गई जब हाल ही में 8 जून को कोर्निघाट घाट पर एक दुखद घटना में तीन महिलाएं डूब गई थीं। नागपुर से आए तुरकर परिवार की तीन महिलाएं- मीनाक्षी संतोष बघेल (39), नीतू शत्रुधन बघेल (35) और मीराबाई इशुलाल तुरकर (50) पिंडदान के लिए घाट पर आई थीं। नहाते समय नीतू का पैर फिसलने से मीनाक्षी और मीराबाई ने उन्हें बचाने का प्रयास किया, जिससे तीनों की जलसमाधि हो गई। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस मॉक ड्रिल का सीधा संबंध इस घटना से नहीं है, परंतु यह दुखद हादसा नदी के खतरों की गंभीरता को उजागर करता है। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, गोंदिया में अगले कुछ दिनों तक बादल छाए रहने और हल्की बारिश की संभावना बनी रहेगी। तापमान सामान्य रूप से 24°C से 33°C के बीच रहेगा, जबकि आर्द्रता 66% और हवा की गति 21 किमी/घंटा तक रिकॉर्ड की गई। सोमवार से बारिश की शुरुआत की संभावना जताई गई है, और अगले शुक्रवार तक तापमान 27°C तक गिर सकता है। प्रशासन का उद्देश्य ऐसे अभ्यासों के माध्यम से स्थानीय निवासियों को प्राकृतिक आपदाओं के प्रति जागरूक करना और भविष्य में दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति से बचना है।